नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिल्ली में केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होने प्रदेश के विकास और योजनाओं को लेकर चर्चा की। उनके बीच प्रमुख रूप से तीन विषयों को लेकर बातचीत हुई।
चंबल एक्सप्रेस वे जिस अटल एक्सप्रेस-वे का नाम सरकार ने दिया है, जिसे लेकर सीएम शिवराज ने नितिन गडकरी को बतायाा कि मप्र की तरफ से 1500 हेक्टेयर के आसपास जमीन उपलब्ध करा दी गई है। साथ ही फारेस्ट की जमीन की उपलब्धता भी सुनिश्चित कर दी है। सीएम ने कहा कि अब इस प्रोग्रेस-वे का डीपीआर बनकर एलॉयमेंट फाइनल हो जाए तो जो निजी जमीन हमें चाहिए तो उसे भी हम अधिगृहित करने की प्रक्रिया हम प्रारंभ करेंगे। अटल प्रोग्रेस-वे का एलॉटमेंट भी एक महीने के अंदर बना दिया जाएगा। सीएम ने कहा कि अटल प्रोग्रेस वे हमारे पिछड़े क्षेत्र चंबल-ग्वालियर संभाग के लिए वरदान साबित होगा। यह केवल रोड नहीं, औद्योगिक कलस्टर और बाकि आर्थिक गतिविधियां विकसित करके हम रोजगार के अवसर सृजित कर उसे क्षेत्र की तस्वीर बदलने का काम करेंगे।
इसी के साथ सीएम ने नितिन गडकरी से ये अनुरोध भी किया कि एमएसएमई हमारे छोटे उद्योग सबसे ज्यादा रोजगार देते हैं और छोटे उद्योगों का कलस्टर विकसित करने का काम मध्यप्रदेश कर रहा है। अभी तक विभिन्न जिलों के 19 एमएसएमई कलस्टर विकसित करने का प्रस्ताव भारत सरकार के पास भेजा है, जिनकी सूची सीएम उन्हें उपलब्ध कराएगे। उनमें से जबलपुर का मिष्ठान्न औऱ नमकीन क्लस्टर को स्वीकृत किया गया है। तीन के लिए उन्होंने सैद्धांतिक स्वीकृति दी है जिसमें इंडस्ट्रियल एरिया भोपाल, गुना और रतलाम सम्मिलित है।लेकिन 15 पर सैद्धांतिक स्वीकृति और अंतिम स्वीकृति बाकी है। इसे लेकर केंद्रीय मंत्री ने आश्वस्त किया है कि एक महीने के अंदर यह कलस्टर स्वीकृत करने की कार्रवाई कर दी जाएगी।
वहीं तीसरा प्रमुख विषय CRIF की 26 सड़कों का प्रस्ताव है जो प्रदेश के सांसद, जनप्रतिनिधियों की ओर से आए हैं। ये जरूरी रोड हैं, यह प्रस्ताव भी केंद्रीय मंत्री गडकरी को सौंपे हैं और आग्रह किया गया है कि यह 26 सड़कें केन्द्रीय सड़क निधि के अंतर्गत स्वीकृत की जाएं। नितिन गडकरी ने तीनों मामलों में अपनी सहमति जताते हुए आवश्यक निर्देश दिए हैं।