भोपाल।
मध्यप्रदेश(madhyapradesh) में बढ़ते कोरोना(corona) संक्रमण के बीच बुधवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान(CM Shivraj sigh chouhan) ने ऑनलाइन(onine) बैठक की। बैठक में प्रदेश में कोरोना की स्थति के बारे में जायज़ा लेते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनता से अपील की है कि वो ज्यादा से ज्यादा अपने घरों में रहें नहीं तो प्रदेश में संक्रमण की स्थिति गंभीर हो जाएगी। वहीँ उन्होंने कहा कि प्रदेश में नए मामले में कमी आ रही है। ऐसी में हमें सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करना चाहिए।
दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग(video conferencing) के माध्यम से बुधवार को कहा है कि लॉकडाउन(lockdown) खुलने का मतलब असावधानी नहीं है। हर व्यक्ति को पूरी सावधानी रखनी है। नहीं तो हम संक्रमण(infection) को रोक नहीं पायेंगे। हमें आर्थिक गतिविधियां करनी हैं। जीवन को सामान्य बनाना है। परन्तु पूरी सावधानी एवं सतर्कता के साथ। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की मध्यप्रदेश में गति देश में सबसे धीमी है। मध्यप्रदेश की डबलिंग रेट 31 दिन है। वहीं कोरोना रिकवरी रेट निरंतर बढ़ रहा है।जो अब 63.4 प्रतिशत हो गया है। मध्यप्रदेश में कोरोना के एक्टिव प्रकरणों में भी निरंतर कमी आ रही है।
अधिकारियों को निर्देश
वहीँ सीएम चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि सागर जिले में मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाएं बेहतर किए जाने चाहिए। इलाज के साथ ही स्वच्छता, सफाई, भोजन आदि सभी व्यवस्थाएं उत्कृष्ट होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि तुरंत विशेष चिकित्सकों की टीम सागर भिजवाई जाए। वहाँ हाई फ्लो ऑक्सीजन मशीन उपलब्ध कराएं।
पुलिस अमले की सराहना
कोरोना संकट के इस दौर में मध्यप्रदेश की पुलिस ने जो सेवा कार्य किया है, वह अत्यंत सराहनीय है। सीएम शिवराज ने ऐसा कहते हुए डीजीपी विवेक जौहरी सहित पूरे अमले की सराहना की।
फीवर क्लिनिक को बताया उपयोगी
प्रदेश में फीवर क्लीनिक्स को प्रभावी बनाया जाए। ये शासकीय एवं निजी दोनों हों, जो जनता को प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा सुगमता से प्रदाय करने में अत्यंत उपयोगी होंगी। उन्होंने कहा की सामान्य मशीन से एक दिन में 5 से 10 लीटर ऑक्सीजन दिया जा सकता है, वहीं हाई फ्लो मशीन से 60 लीटर तक ऑक्सीजन दिया जा सकता है। सभी जिला अस्पतालों एवं अन्य कोविड अस्पतालों को शीघ्र ही ये मशीनें उपलब्ध कराई जायेंगी।