भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्वीत्तर समेत महाकोशल अंचल में आने वाले कई स्थानों पर अगले 24 घंटों के दौरान शीतलहर चलने की आशंका मौसम विभाग ने दी है। प्रदेश में ठंड अपना तेवर बनाये हुए है। इसके कारण जनजीवन पर काफी असर पड़ा है। ठंड के चलते सुबह और रात 10 बजे बजे के बाद सडक़ों पर सन्नाटा पसर जाता है। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि फिलहाल ठंड का तेवर अभी कम से कम तीन से चार दिनों तक ऐसा ही बना रह सकता है। इसके बाद ही ठंड के असर में बदलाव होने की उम्मीद की जा सकती है।
भोपाल में ठंड का सिलसिला बकरार है। यहां पर दोपहर में सूर्य किरणों के कारण ठंड का असर कम रहता है, लेकिन सूर्यास्त के बाद इसका तेवर बढऩे लग जाता है। यह स्थिति कई दिनों से चल रही है। यहां कल की तुलना में न्यूनतम तापमान में उछाल आयी है। शुक्रवार न्यूनतम 7 डिग्री था वहीं आज यह बढक़र 8 पर पहुंच गया है।
स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों ने बताया कि प्रदेश के रीवा, शहडोल, ग्वालियर व चंबल संभागों के जिलों में शीतलहर चलने की आशंका है। यह स्थिति छतरपुर, पन्ना, मंडला, जबलपुर, बैतूल, सिवनी, रतलाम, टीकमगढ़, होशंगाबाद, नीमच, शाजापुर, उज्जैन और छिंदवाड़ा में बन सकती है। इसके अलावा राज्य के भिंड, मुरैना, ग्वालियर, दतिया, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, रीवा, सतना, सीधी, शहडोल, अनुपपूर, डिंडौरी, बालाघाट, मंडला, जबलपुर, उमरिया व होशंगाबाद इन इलाकों में देर रात से शुरु होने वाले कोहरे का असर अलसुबह तक बना रह सकता है।
प्रदेश में पड़ रही कड़ाके की ठंड के बीच कल नरसिंहपुर में तीव्र शीतलदिन रहा तो वहीं मलाजखंड, सिवनी एवं श्योपुर में शीतलदिन रहा। सिवनी और खजुराहो में तीव्र शीतलहर का प्रभाव लोगों ने झेला। तो वही रीवा, मंडला, बैतूल एवं दतिया में भी शीतलहर से जनजीवन गुजारा। इंदौर व चंबल संभाग के जिलों में न्यूनतम तापमान समान्य रहा। भोपाल एवं ग्वालियर संभागों के जिलों में न्यूनतम तापमान सामान्य से कम रहा। प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान 2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।