भोपाल। लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी दोलों ही दल तेजी से रणनीतियों पर काम कर रहे हैं। दोनों पार्टियों की आंखे प्रदेश के युवा वोटर पर टिकी हैं। इसलिए दोनों दलों ने अपने युवा संगठनों को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। जिसे देखते हुए भाजयुमो और युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता प्रदेश में सक्रिय हो गए हैं। कांग्रेस ने इस बार 22 सीटें जीतने का लक्ष्य तैयार किया है वहीं, बीजेपी २७ सीटों पर फिर से जीत की उम्मीद लगाए बैठी है।
भारतीय जनता युवा मोर्चा की राष्ट्रीय बैठक में प्रदेश के युवाओं को साधने के लिए लक्ष्य दिया गया है। मतदाताओं के बीच प्रधानमंत्री मोदी और केंद्र सरकार की उपलब्धियों को लेकर जाने के लिए निर्देश दिए गे हैं। पार्टी की ओर से फरमान जारी किया गया है कि लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार की सभी योजनाओं की सफलता की जानकारी जनता तक पहुंचाना है। इसके लिए एक कैलेंडर भी बनाकर युवा मोर्चा को दिया गया है, जिसमें ऐ से लेकर जेड तक की कई योजनाओं को नाम के साथ उल्लेखित किया गया है। युवा मोर्चा इन योजनाओं का गुणगान आम जनता और युवा मतदाताओं के बीच कर रही है।
इस मामले में कांग्रेस को विधानसभा जीत के बाद संजीवनी मिली है। पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश नजर आ रहा है। इस बार लोकसभा चुनाव में बीजेपी को पटकनी देने के लिए कांग्रेस ने भी अपनी युवा फौज को एक्टिव कर दिया है। कांग्रेस आलाकमान ने मोदी सरकार की नीतियों और उनकी योजनाओं की असफलता के बारे में जनता को बताने के लिए कहा है। युवा कांग्रेस कार्यकर्ता इस काम में जुट गए हैं। युवक कांग्रेस की बढ़ती सक्रियता को देखते हुए युवा मोर्चा ने आरोप लगाया कि युवक कांग्रेस अक्सर चुनाव के वक़्त ही नजर आती है।
गौरतलब है कि मार्च के पहले हफ्ते में आचार संहिता लागू होने की आशंका है। भारतीय चुनाव आयोग चुनावों की तारीख का ऐलान भी पहले हफ्ते में कर सकता है। राजनैतिक दल इसलिए अभी से तैयारी में जुट गए हैं। दोनों दल महिलाओं और युवाओं तक अपनी पैठ बनाना चाहते हैं। प्रदेश की आधी आबादी महीला शक्ति है। विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी ने महिलाओं पर फोकस किया था। साथ ही युवाओं पर भी डोरो डालने की कोशिश की थी। अब लोकसभा चुनाव में एक बार फिर पार्टी यही रणनीति पर काम कर रही है।