भोपाल। मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने हार की ठीकरा पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के सिर फोड़ा। नतीजों से पहले ही इस तरह की बयान सामने आने लगे थे कि अगर पार्टी की हार होती है तो इसके जिम्मेदार शिवराज होंगे। हाल ही में आई एक रिपोर्ट में इस बात का दावा किया जा रहा है कि एमपी, छग और राजस्थान के मुख्यमंत्रियों को लोकसभा चुनाव से दूर रखा जाएगा। इस पूरे मामले पर एमपी कांग्रेस ने पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान पर कटाक्ष किया है। कांग्रेस ने शिवराज की तुलना ‘न घर के और न घाट के’ जैसी कहावत से की है।
दरअसल, सोशल मीडिया पर कांग्रेस ने एक मीडिया रिपोर्ट के हवाले से शिवर���ज पर कटाक्ष किया है। इस रिपोर्ट में बाया गया है कि हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार जिन प्रदेशों में हुई है वहां के मुखिया को लोकसभा चुनाव में मौका नहीं मिलेगा। भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में कहा कि “ये तीनों ही नेता अपने-अपने राज्यों के बाहर भी खासे लोकप्रिय हैं, लेकिन अभी इन नेताओं को केन्द्र की राजनीति में सक्रिय किए जाने की कोई योजना नहीं है।” सूत्रों ने हालांकि कहा कि अकेले शिवराज सिंह ऐसे हैं जिन्हें पार्टी मध्य प्रदेश के बाहर भी उपयोग करने के बारे में सोच रही है। पार्टी उनका उपयोग देश में ओबीसी मतदाताओं को लुभाने के लिये करना चाहती है।
कांग्रेस ने इस रिपोर्ट को शेयर करने के साथ शिवराज पर नाशाना साधा। सोशल मीडिया पर कांग्रेस ने लिखा है कि, “भाजपा के तीन राज्यों के हारे हुए मुख्यमंत्रियों के लिये केन्द्र में भी जगह नहीं: -न घर के रहे, न घाट के..? मोदी की वजह से ये हारे, और अब इनकी वजह से मोदी हारेंगे..! मोदी जी जिसे कड़वी दवा कह रहे थे, दरअसल वो जहरखुरानी थी…शुक्र है जनता की नींद खुल गई।”
प्रदेश भर में दौरा कर रहे पूर्व सीएम
हार के बाद शिवराज प्रदेश के अलग अलग संभागों में दौरा कर जनता को आभार प्रकट कर रहे हैं। कभी वह बाइक पर घूमते नजर आ रहे हैं तो कभी जनता के कंधों पर। भोपाल से ट्रेन में सफर के दौरान भी उन्होंने जनता का ध्यान अपनी ओर खींचने में कोई कसर नहीं छोड़ी। सूत्रों का कहना है कि तीन बार सीएम रहते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनता के दिन में तो जगह बनाई लेकिन अब हार के बाद वह अकेले दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान कई लोगों को साइडलाइन किया। यहीं बात है कि अब वह भी अकेले ही दिखाई दे रहे हैं।
भाजपा के तीन राज्यों के हारे हुए मुख्यमंत्रियों के लिये केन्द्र में भी जगह नही :
-न घर के रहे, न घाट के..?
मोदी की वजह से ये हारे, और अब इनकी वजह से मोदी हारेंगे..!
मोदी जी जिसे कड़वी दवा कह रहे थे, दरअसल वो जहरखुरानी थी…शुक्र है जनता की नींद खुल गई। https://t.co/OLKNvlhiFA
— MP Congress (@INCMP) 23 December 2018