भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में हाल ही में पुलिस हिरासत में हुई एक युवक शिवम की मौत के बाद से सरकार विपक्ष के निशाने पर है। बीजेपी का आरोप है कि कमलनाथ सरकार कानून व्यवस्था को संभालने में पूरी तरह से नाकाम हो रही है, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने धरना प्रदर्शन कर सरकार की घेराबंदी की और शिवम की मौत के मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की साथ ही एक सप्ताह का अल्टीमेटम भी दिया। शिवराज के लगातार आरोपों के बाद अब कांग्रेस भी पलटवार में उतर आई है| कांग्रेस ने शिवराज मौत पर राजनीति करने का आरोप लगाया है| मप्र कांगेस की मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने शिवम की मौत पर हो रही सियासत को लेकर बड़ा बयान दिया।
उन्होंने कहा कि किसी की मौत पर राजनीति करना निंदनीय है। उन्होंने कहा कि पुलिसक्रमियों को सरकार ने हटा दिया है। यह सरकार की संवेदनशीलता दिखाता है। उन्होंने शिवराज सरकार के कार्यकाल पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार के 13 साल के कार्यकाल में क्या क्या हुआ है वह जनता जानती है। 384 कस्टोडियल डेथ शिवराज के कार्यालय में हुई थीं। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री इनमें से कितनों के घर मिलने गए। उन्होंने कहा कि व्यापमं घोटाले में 50 अधिक मौतें हुईं, शिवराज बताएं उन्होंंने इन मौतों की छानबीन में क्या किया। उन्होंने करारा हमला बोलते हुए कहा कि शिवराज सिंह घड़याली आंसू बहाना बन्द करे, उनके मन मे कोई संवदेनशीलता नहीं है, बेमतलब की सियासत करना बंद करे|
![congress-defensive-on-shivam-custodial-death-case](https://mpbreakingnews.in/wp-content/uploads/2020/01/212620191744_0_shobha.jpg)
बंद करें शिवराज एक्टिंग करना
मप्र में मीडिया उपाध्यक्ष अभय दुबे ने कहा है कि शिवराज अभिनय करना बंद करें। 384 मौतों पर सवाल उठाते हुए कहा कि तीन साल की यह रिपोर्ट केंद्र सरकार को दी गयी थी। उन्होंंने कहा कि जो भी इसके लिए दोषी होगा मुख्यमंत्री उसे छोड़ेंगे नहीं। मप्र में पिछले पांच महीनों के कार्यकाल में शिवराज सरकार के मुकाबले अपराध कम हुए है। कमलनाथ जी ने एक अभियान चलाया है, जिसमें गंभीर अपराधों को चिह्नित कर कार्रवाई करने के निर्देश सीएम ने दिये है।