BHOPAL NEWS : मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व आदिवासी विधायक डॉ विक्रांत भूरिया पिछले तीन दिन से जेल में बंद हैं। विक्रांत भूरिया को मंगलवार को राजधानी भोपाल से एक प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। भूरिया की तत्काल रिहाई की मांग को लेकर प्रदेशभर में युवा कांग्रेस प्रदर्शन कर रही है। इसी बीच गुरुवार को प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी व विधायक जयवर्धन सिंह भूरिया से मिलने सेंट्रल जेल पहुंचे।
मध्य प्रदेश सरकार की तीखी आलोचना
मप्र युवा कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष विवेक त्रिपाठी ने बताया कि डॉ भूरिया से मिलकर जीतू पटवारी व जयवर्धन सिंह ने उनका कुशलक्षेम जाना। त्रिपाठी के मुताबिक इस दौरान दोनों नेताओं ने मध्य प्रदेश सरकार की तीखी आलोचना की और कहा कि भाजपा सरकार में जब आदिवासी विधायक को इस हद तक प्रताड़ित किया जा रहा है तो आम आदिवासी युवाओं के साथ किस कदर अत्याचार हो रहा होगा इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है।
तानाशाही के विरुद्ध युवा कांग्रेस निर्णायक लड़ाई लड़ेगी।
विवेक त्रिपाठी ने कहा कि मंगलवार को युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता बेरोजगारी के मुद्दे पर शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान पुलिस ने न सिर्फ आंसू गैस और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया बल्कि कई नेताओं को हिरासत में ले लिया गया। इनमें विक्रांत भूरिया को जेल भेज दिया गया। इससे भाजपा सरकार का आदिवासी विरोधी चेहरा बेनकाब हो गया। आज प्रदेश में भाजपा के गुंडों द्वारा आदिवासी युवकों के साथ आए दिन बर्बरता की जा रही है। लेकिन अब आम लोग तो दूर विधायकों को भी जेल में डाल दिया जा रहा है। इस तानाशाही के विरुद्ध युवा कांग्रेस निर्णायक लड़ाई लड़ेगी।
शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने के बाद किया था गिरफ़्तार
इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ,पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ,पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने भी भूरिया की गिरफ्तारी पर सवाल खड़े किए थे। कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा, ‘मध्य प्रदेश सरकार अलोकतांत्रिक तरीक़े से काम कर रही है। कांग्रेस विधायक और युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया को शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने के बाद जिस तरह से गिरफ़्तार किया गया और तीन दिन से जेल में बंद रखा गया है, मैं उसकी निंदा करता हूँ। कांग्रेस ऐसी तानाशाही के सामने नहीं झुकेगी और संघर्ष करती रहेगी।’