भोपाल। भोपाल शहर काज़ी मुश्ताक़ अली नदवी साहब ने उनपर उठने वाले सवालों पर विराम लगा दिया। भोपाल में लगातार हो रहे नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ शहर काज़ी की खामोशी पर कुछ लोगों ने एतराज़ किया था। यही नहीं उनके खिलाफ सोशल मीडिया पर भी अभ्रद टिप्पणी की जा रही थीं। उनके खिलाफ कुछ राजनीति से प्रेरित शरारती तत्व माहौल बना रहे थे। अब शहर काज़ी साहब के बयान के बाद कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता अब्बास हफ़ीज उनके समर्थन में आएं हैं। उन्होंने एमपी ब्रेकिंग न्यूज से चर्चा के दौरान कहा कि शहर क़ाज़ी का जो काम है वो अपना काम बख़ूबी कर रहे हैं। शहर क़ाज़ी ने पत्राचार किया है जो वक़्त की ज़रूरत है। अब्बास का कहना है कि कुछ लोग अपनी प्रतिशोध की राजनीति के चलते बार बार शहर क़ाज़ी को निशाना बनाते हैं, ऐसे लोगों से हमको बचना चाहिये।
दरअसल, कुछ सत्ताधारी दल के नेता इन विरोध प्रदर्शन के बहाने शहर काज़ी को निशाना बनाना चाहते हैं। आपसी टकराव के चलते ऐसे नेताओं के इशारों पर ही शहर में काज़ी साहब के खिलाफ माहौल बनाया जा रहा था। कुछ नेता चाहते हैं कि इस विरोध प्रदर्शन पर धर्म का ठप्पा लग जाए जिससे विरोध प्रदर्शन करने वाले भी दो धड़ों में बंट जाएं। लेकिन आज शहर काज़ी द्वारा जारी बयान के बाद ऐसे लोगों की सियासी चालों पर विरोम लग गया है। गौरतलब है कि शनिवार को भोपाल शहर काज़़ी ने एक प्रेस कांफ्रेंस कर बताया है कि उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ को एक पत्र लिखा है और उसमें अपील की है कि सीएम नागरिकता संशोधन कानून पर अपनी राय साफ करें।
अब्बास ने भाजपा पर भी साधा निशाना
अब्बास ने साथ में यह भी कहा कि नागरिकता संशोधन क़ानून को भाजपा नया अयोध्या बनाना चाहती है जिससे वो हिंदू मुस्लिम की राजनीति कर सके, इसी कारण देश में यह बताने की नाकाम कोशिश चल रही है कि यह प्रदर्शन केवल मुस्लिम कर रहे हैं जबकि सच्चाई यह है कि प्रदर्शनों में देश के हर समुदाय के लोग कंधे से कंधा मिला कर खड़े हैं। अब्बास का कहना है कि जो भारत के ग़ैर मुस्लिम यह स्थापित नहीं कर पाएँगे भविष्य में कि वो भारत के नागरिक हैं और उनका पाकिस्तान से भी कोई लेना देना नहीं तो उनक क्या होगा, इसलिए यह बिल केवल मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए है।