भोपाल| विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन से उत्साह से भरी कांग्रेस लोकसभा चुनाव में 22 से ज्यादा सीटों पर जीत का दावा कर रही है| लेकिन भाजपा की तरह कांग्रेस में भी अपने ही चुनौती बने हुए हैं| सतना सीट से कांग्रेस प्रत्याशी राजाराम त्रिपाठी की मुश्किलें बढ़ गई है| यहां सतना विधानसभा सीट से विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा ने खुद को लोकसभा चुनाव से अलग कर लिया है। विधायक की नाराजगी से कांग्रेस में हड़कंप मच गया है, डैमेज कण्ट्रोल की कोशिश में पार्टी ने अब मुख्यमंत्री कमलनाथ को आगे किया है, जल्द ही उन्हें मनाने के लिए सीएम बात कर सकते हैं|
दरअसल, सतना से कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा ने एक वीडियो के माध्यम से बयान जारी कर कहा है कि वह 2019 के लोकसभा चुनाव से अपने-आपको अलग कर रहे हैं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है| वीडियो में वह कहते दिख रहे हैं कि मैंने 2015 में इस उम्मीद के साथ कांग्रेस ज्वाइन की थी कि उनके समाज को पार्टी में सम्मानित जगह मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस वीडियो में वो कह रहे हैं कि, मैं पार्टी में उस वक्त शामिल हुआ था, जिस वक्त पार्टी बुरे दौर से गुजर रही थी। उस वक्त पार्टी नेतृत्व ने वादा किया था कि आपके समाज के लोगों को पूरा सम्मान दिया जाएगा। 2018 विधानसभा चुनाव में समाज के तीन लोगों को टिकट दिया गया, जिनमें दों लोगों ने चुनाव जीतकर विधानसभा भी पहुंचे। इसके अलावा पार्टी ने लोकसभा चुनाव में भी समाज के लोगों को टिकट देने का वादा किया था, लेकिन टिकट नहीं दिया। उन्होंने कहा कि समाज के लोगों को टिकट नहीं मिलने से लोग नाराज हैं, ऐसे में हम इस चुनाव से दूर रहेंगे और किसी के लिए प्रचार नहीं करेंगे।
विंध्य में बिगड़े समीकरण
सिद्धार्थ कुशवाहा के लोकसभा चुनाव से अलग होने के कारण कांग्रेस प्रत्याशी राजाराम त्रिपाठी के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती है। क्यूंकि हालही में में संपन्न हुए विधानसभा में भी कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका विंध्य में ही लगा था और कई बड़े नेता यहाँ चुनाव हार गए| रीवा जिले की आठों विधानसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा है जबकि सतना जिले की सात सीटों में से पांच पर भाजपा को जीत मिली है जबकि कांग्रेस के खाते में केवल दो सीटें आई हैं। ऐसी स्तिथि में कांग्रेस के लिए इस सीट पर चुनौती बढ़ गई है, भाजपा में यहां से गणेश सिंह मैदान में हैं|
कौन है सिद्धार्थ कुशवाह
सिद्धार्थ कुशवाहा 2015 मे कांग्रेस में शामिल हुए थे। 2018 विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस की टिकट पर सतना से चुनाव लड़ा और चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे। सिद्धार्थ कुशवाहा पूर्व सांसद सुखलाल कुशवाहा के बेटे हैं। सुखलाल कुशवाहा ने 1996 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह को चुनाव हराया था।