भोपाल। छतरपुर जिले के खजुराहों में अब पन्ना की खदानों से निकले हीरों की नीलामी की जाएगी। खजुराहों में देश का पहला हीरा संग्रहालय खुलने जा रहा है। जिसमें नीलामी केंद्र भी रहेगा। इस संग्रहालय में 323 कैरेट के ऐसे हीरे रखे जाएंगे, जो टेस्टिंग के दौरान हीरा कंपनी रियो टिंटो को पन्ना जिले की हीरा खदान से मिले थे।
खजुराहो के चंदेल कालीन मंदिरों को देखने के लिए दुनिया भर से पर्यटक मप्र आते हैं। विदेशी ग्राहकों को लुभाने के लिए राज्य सरकार खजुराहो में हीरा संग्रहालय खोलने जा रही है। हीरा कंपनी रियो टिंटो ने काम खत्म करने से पहले 323 कैरेट के हीरे राज्य शासन को सौंपे थे। ये हीरे बंद खदान में काम करते हुए कंपनी को मिले थे। इन्हीं हीरों को संग्रहालय में रखा जाएगा। रियो टिंटो ने वर्ष 2007 में पन्ना की बंद हीरा खदान में काम शुरू किया था और वर्ष 2015 तक लगातार काम करती रही। सरकार की मंशा है कि मप्र के हीरों को विदेशी खरीदार आसानी से मिल सकें। इसके लिए पन्ना जिले का नीलामी सेंटर भी खजुराहो शिफ्ट करने की तैयारी है। इसे लेकर राज्य स्तर पर मंथन शुरू हो गया है। खनिज विभाग के अफसरों की बैठकें भी शुरू हो गई हैं।
जून से शुरू हो जाएगा काम
खजुराहों में हीरा संग्रहालय का काम जून से शुरू हो जाएगा। संग्रहालय के लिए नेशनल मिनरल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (एनएमडीसी) 50 लाख रुपए की सहायता करने को तैयार हो गया है। एनएमडीसी मध्य प्रदेश के पन्ना की मझगवां खदान से भारत का एकमात्र संगठित हीरा उत्पादक उपक्रम है।