BHOPAL-Employees protest against old pension restoration : मध्यप्रदेश में रविवार यानि 16 अप्रैल को पुरानी पेंशन बहाली के मुद्दे पर कर्मचारी एक बार फिर सड़क पर उतरेगें, इसे लेकर प्रदेशभर में बड़ा आंदोलन होगा। भोपाल, इंदौर समेत प्रदेशभर में कर्मचारी रैली निकालेंगे। हालांकि कर्मचारियों के इस प्रदर्शन को कांग्रेस ने अपना समर्थन दिया है, खुद पूर्व CM कमलनाथ ने कहा कि मैं आंदोलन का पूरी तरह से समर्थन करता हूं। कमलनाथ ने कर्मचारियों से वादा करते हुए कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही ओल्ड पेंशन स्कीम को लागू करेंगे।
इस साल प्रदेश में विधानसभा चुनाव
गौरतलब है कि इस साल मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव है और चुनाव के चलते कर्मचारी सरकार पर अपनी मांगे मनवाने के लिए दवाब बना रहे है, हालांकि सरकार ने पहले ही पुरानी पेंशन स्कीम को बहाल करने से इंकार कर दिया है। वही कर्मचारियों के समर्थन में कांग्रेस भी इसे मुद्दा बना रही है।
प्रदेश के कर्मचारी संगठन भी शामिल
पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन (एनएमओपीएस) संगठन देशभर में आंदोलन करेगा। इसमें मध्यप्रदेश के कई कर्मचारी संगठन भी शामिल हैं। प्रदेश में लगातार कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली किए जाने की मांग सरकार से कर रहे है इसके लिए वह लगातार प्रदर्शन भी कर रहे है, प्रदेश में सभी कर्मचारी संगठनों ने पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग समय-समय पर उठाई है। चुनाव से पहले वे भी प्रदेशभर में बड़ा आंदोलन करने की रणनीति बना रहे हैं।
अब इस तरह है व्यवस्था
1 जनवरी 2005 के बाद भर्ती अधिकारी-कर्मचारियों के लिए अंशदायी पेंशन योजना लागू है। हालांकि इसका काफी विरोध भी किया गया लेकिन सरकार ने अपने इस नियम को बदला नहीं, इस नई स्कीम के तहत कर्मचारी 10% और इतनी ही राशि सरकार मिलाती है। रिटायरमेंट होने पर 60% राशि कर्मचारी को नकद और शेष 40% राशि की ब्याज से प्राप्त राशि पेंशन के रूप में कर्मचारी को दी जाती है। पुरानी पेंशन स्कीम में कर्मचारियों को सेवानिवृत होने के बाद खासा फायदा होता था सैलरी की लगभग आधी राशि पेंशन के रूप में मिलती थी और वही DA बढ़ने पर पेंशन भी बढ़ जाती थी। लेकिन अब नई नीति में ऐसा कुछ भी नहीं है। इसी को लेकर कर्मचारी विरोध जता रहे है।