भोपाल। प्रदेश में सत्ता बदलने के बाद से ही प्रशासनिक सर्जरी का दौर चल रहा है| शिकायत वाले अफसरों को हटाने में भी सरकार देर नहीं कर रही है| कांग्रेस नेताओं की शिकायत के बाद सरकार ने सोमवार को देवास नगर निगम के कमिश्नर विशाल सिंह चौहान को हटा दिया। उन्हें मंत्रालय में सामान्य प्रशासन विभाग के पूल में पदस्थ किया गया है।
देवास नगर निगम के कमिश्नर विशाल सिंह चौहान की शिकायत मुख्यमंत्री कमलनाथ के पास पहुंची थी| कांग्रेस नेताओं के साथ रविवार को हुई बैठक में सीएम को उनकी शिकायत की गई थी| जिस पर सीएम ने कार्यकर्ताओं की शिकायत पर देवास नगर निगम कमिश्नर विशाल सिंह चौहान को तत्काल हटाने के लिए मुख्य सचिव को निर्देश दिए थे| सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस नेता शौकत अली ने चौहान पर सिंहस्थ सहित देवास नगर निगम में भ्रष्टाचार और कांग्रेस नेताओं से दुर्व्यवहार के आरोप लगाए थे। सामान्य प्रशासन विभाग के अधिकारियों ने चौहान का तबादला किए जाने की पुष्टि की है।
सोमवार को राज्य शासन ने एक बार फिर प्रशासनिक सर्जरी की है| इंदौर कमिश्नर राघवेंद्र सिंह सहित छह कलेक्टर को हटाकर सरकार ने बिना विभाग मंत्रालय में बैठा दिया था। अब मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इन्हें नई जिम्मेदारी सौंप दी है। सोमवार को इन सात अफसरों सहित नौ आइएएस की पदस्थापना कर दी गई। इसमें राघवेंद्र सिंह को उच्च शिक्षा आयुक्त बनाया गया है| वहीं छिंदवाड़ा कलेक्टर से हटाए गए वेदप्रकाश को अपर आयुक्त उच्च शिक्षा पदस्थ किया है। इसके अलावा उज्जैन कलेक्टर के पद से हटाए गए मनीष सिंह को नगरीय विकास विभाग में उपसचिव बनाया है। वहीं, राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी देवास नगर निगम कमिश्नर विशाल सिंह चौहान को हटाकर मंत्रालय में बैठा दिया गया। उन पर सिंहस्थ में घोटाला करने के आरोप लगे थे।