भोपाल| मंगलवार को होशंगाबाद के सोहागपुर में 50 हजार रू की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किए गए वन विभाग के अधिकारी विजय मोरे की डायरी से सनसनीखेज खुलासा हुआ है। प्रशिक्षु सहायक वन संरक्षक के पद पर कार्यरत विजय मोरे की इस डायरी में रकम बांटे जाने का उल्लेख है।
मोरे ने पूछताछ में बताया है कि सोहागपुर में काफी रुपए वन विभाग मे रिश्वत के रूप मे आता है जिसका बंटवारा होता है। मोरे को रिश्वत लेते समय पकड़े जाने के बाद उसके कमरे से 7.5 लाख रू भी बरामद हुए थे। 2017 में मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा से चयनित मोरे की पोस्टिंग 2019 में होशंगाबाद में हुई थी 7 दिसंबर को पोस्टिंग के दौरान गुर्जर खेड़ी निवासी महेश तिवारी के दो ट्रैक्टर ट्रॉली आम की लकड़ी ले जाते हुए जप्त किए गए थे और इन्हें छोड़ने के लिए एसडीओ और डिएफओ के नाम पर 3 लाख की रिश्वत मांगी गई थी। इस शिकायत के बाद मोरे को फॉरेस्ट गेस्ट हाउस से 50000 की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया था। मोरे की डायरी में लिखा है कि मुख्य वन संरक्षक को 50,000 रू और एसडीओ को 100000 रू रिश्वत के दिए गए। इसके अलावा रेंजर को 10000, लक्ष्मीनारायण को ढाई लाख ,पवित्र को डेढ़ लाख, पवन को 1.5 लाख, वकील को 50,000 जैसे नामों का भी उल्लेख है। इस डायरी के आधार पर अब पूछताछ आगे बढ़ेगी और लोकायुक्त को उम्मीद है कि इसमें कई और खुलासे होंगे।