Bhopal Online Loan App Suicide Case : भोपाल के रातीबड़ इलाके में भूपेंद्र विश्वकर्मा और परिवार की मौत के मामलें में भूपेंद्र के परिजनों ने सीबीआई जाँच की मांग की है उनका कहना है कि भूपेंद्र ने सुसाइड नहीं किया है बल्कि पूरे परिवार को मौत के घाट उतारने के बाद इसे सुसाइड करार दिया गया है। वही घटना से कुछ घंटे पहले का एक ऑडियो सामने आया है, जिसमें भूपेंद्र की पत्नी अपने ससुर से बात करते हुए उन्हें बता रही है कि भूपेंद्र का मोबाइल और लैपटॉप पुलिस ने अपने पास रखा है और पूरा परिवार ख़ासा परेशान है।
यह था मामला
भोपाल की नीलबड़ की शिव विहार कॉलोनी निवासी 38 वर्षीय भूपेंद्र विश्वकर्मा ने 12-13 जुलाई की रात अपने दो बच्चों ऋतुराज (8) और ऋषिराज (3) को कोल्डड्रिंक में जहर देने के बाद पत्नी रितु के साथ फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। भूपेंद्र टाटा एआईजी कंपनी में काम करते थे। पुलिस ने मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया था। एक्सट्रा इनकम और एक्सट्रा काम के लिए भूपेंद्र ऑनलाइन जॉब भी कर रहे थे। इस बीच उन्होंने ऑनलाइन लोन ले लिया था। लोन ऐप कंपनी के एजेंट 17 लाख रुपए की रिकवरी के लिए उन्हें प्रताड़ित करने लगे थे। पुलिस इस मामलें में गंभीरता से जाँच कर रही है कुछ आरोपियों को पकड़ा भी गया है। लेकिन अब परिवार का कहना है की भूपेंद्र ने सुसाइड नहीं किया बल्कि उसे और पूरे परिवार को मौत के घाट उतारा गया है। परिजनों का कहना है की इस मामलें की सीबीआई जाँच हो, ताकि सच सामने आ सके, घटना के बाद से पूरा परिवार सदमें की स्थिति में है, भूपेंद्र की माँ को उम्मीद है की भूपेंद्र जल्द वापस लौटेगा।
मामलें में अब तक पुलिस की कार्रवाई
वही इस मामलें में पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। सुसाइड करने वाले इंश्योरेंस एजेंट भूपेंद्र विश्वकर्मा के बैंक ऑफ बड़ौदा के खाते से भोपाल में यस बैंक के एक खाते में 95,700 रुपए ट्रांसफर हुए थे। इसी बेस पर पुलिस ने गिरफ्तारी की है। खाताधारक और यस बैंक के कर्मचारी समेत 5 लोगों को 1.80 लाख रुपए कमीशन मिला था। पुलिस अब उस आरोपी की तलाश कर रही है, जिसने कमीशन दिया था। एक टीम दिल्ली भी भेजी जा रही है। पुलिस ने 38 दिन की मेहनत के बाद भोपाल में रहने वाले इन पांचों आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक कारोबारी और बैंककर्मी भी शामिल है। 23 दिन पहले इसी केस में राजस्थान के टोंक से खलील को पकड़ा गया था। खलील फेक बैंक अकाउंट जालसाजों को प्रोवाइड कराता था। उसने 40 हजार रुपए में जालसाजों को अपना खाता किराए पर दिया था। फ़िलहाल पुलिस और आरोपियों की तलाश कर रही है।