भोपाल।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 में शानदार जीत के बाद सत्ता में वापसी करने वाली कांग्रेस पार्टी अब 2019 लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीतिक तैयारी में जुट चुकी है। खास तौर से बीजेपी को घेरने के लिए मध्य प्रदेश कांग्रेस ने खास प्लानिंग की है।विधानसभा चुनाव की तरह इस आम चुनाव में भी कांग्रेस मध्य प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने की जुगत में है। इसके लिए उन सारे फॉर्मूलों पर काम कर रहे हैं, जो उन्हें जीत दिला सके।खबर है कि लगभग 29 सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम तय कर लिए गए है, लेकिन अब भी कुछ सीटे होल्ड पर रखी गई है, इनके लिए नामों पर चर्चा चल रही है। वही विधानसभा चुनाव की तरह लोकसभा चुनाव में टिकटों को लेकर मारामारी ना हो इसके लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने साफ कर दिया है कि किसी भी नाम पर चर्चा नहीं होगी, जिसे संभावित प्रत्याशियों के नाम या सुझाव देना है, वे बंद लिफाफे में दे दें।
दरअसल, कांग्रेस का फोकस 24 सीटों पर है।इनमें वे सीटे शामिल है जिन पर कांग्रेस कम वोटों से या फिर मोदी लहर में हारी।इसी के चलते बुधवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सतना और टीकमगढ़ लोकसभा सीट के प्रभारियों समेत प्रभारी मंत्री, जिलाध्यक्षों, पूर्व मंत्री, पूर्व सांसदों, नगर पालिका के अध्यक्ष, प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारी और एआईसीसी के ऑब्जर्वर से चर्चा की। उन्होंने साफ कर दिया कि किसी भी नाम पर चर्चा नहीं होगी, जिसे संभावित प्रत्याशियों के नाम या सुझाव देना है, वे बंद लिफाफे में दे दें।खबर है कि नाथ की लोकसभा प्रभारियों के साथ शुरू हुई चर्चा 21 फरवरी तक चलेगी, इस दौरान प्रतिदिन दो लोकसभा सीटों के हिसाब से 16 लोकसभा सीटों को लेकर चर्चा होगी। इसी तारतम्य में गुरुवार को बालाघाट और उज्जैन लोकसभा सीट की चुनाव तैयारियों को लेकर चर्चा की जाएगी। इसके बाद रीवा, मंदसौर, होशंगाबाद, धार, शहडोल, बैतूल, सागर, खरगौन, मंडला, रतलाम, दमोह तथा विदिशा लोकसभा सीट को लेकर चर्चा होगी।
टीकमगढ़ पर जोर, इंदौर-भोपाल समेत 13 सीटे होल्ड
बैठक के दौरान कई सीटों को लेकर चर्चा की गई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने टीकमगढ़ लोकसभा में लगातार कांग्रेस की हार पर चिंता जताई और कहा कि लगातार हार से कांग्रेस पर धब्बा लग रहा है लेकिन इस बार हर हाल में यहां जीत हासिल करना है। अभी से जुट जाए, परिणाम कांग्रेस के पक्ष में होना चाहिए।वफिलहाल छिंदवाड़ा, गुना, ग्वालियर, राजगढ़, देवास, भोपाल, इंदौर, जबलपुर, भिंड, सीधी, मुरैना, खजुराहो और खंडवा सीटों को होल्ड पर रखा गया है। चुंकी ये महत्वपूर्ण सीटे है और इनमें से कुछ पर सालों से भाजपा का कब्जा है।
इनके नामों पर विचार कर रही पार्टी
बताया जा रहा है कि अजय सिंह के सतना से चुनाव लड़ाने और राजेंद्र कुमार सिंह को सीधी से मैदान में उतारने की मांग उठी है।इनके नाम पैनल में भी शामिल है। वही टीकमगढ़ सीट से आनंद अहिरवार, बर्खास्त आईएएस अफसर शशि कर्णावत, योगेंद्र योगी, कमलेश वर्मा के नामों पर विचार किया जा रहा है। चर्चा यह भी है कि भाजपा से सरकार में मंत्री रहे हरिशंकर खटीक भी कांग्रेस ज्वाइन कर सकते हैं, इसलिए पार्टी उन्हें भी चुनाव लड़ाने पर विचार कर सकती है।इसके अलावा रामनिवास रावत जहां मुरैना से दावा कर रहे है, वहीं मुरैना से ही मनोज पाल का नाम भी तेजी से आगे आया है, उनकी सक्रियता को देखते हुए पार्टी उन्हें इस बार मौक़ा दे सकती है| कमलनाथ समर्थक प्रदेश किसान कांग्रेस के अध्यक्ष दिनेश गुर्जर का नाम भी सामनें आ रहा है। ग्वालियर से एक बार फिर अशोक सिंह को टिकट दिया जा सकता है। भिण्ड से पूर्व गृह मत्री महेन्द्र बौद्ध का नाम आगे है। गुना से ज्योंतिरादित्य सिंधिया का नाम तय। यह उनकी सुरक्षित सीट है। बुदेलखंड में पार्टी अपना परचम फहराने के लिए पार्टी के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सुरेन्द्र चौधरी या पूर्व आईएएस अधिकारी शशि कर्णावत को टीकमगढ़ से मैदान में उतार सकती है। वही दमोह सीट पर पूर्व मंत्री और हालही में विधानसभा चुनाव में पराजित हुए मुकेश नायक के नाम पर मंथन किया जा रहा है।
इन नामों पर बन सकती है सहमति
गुना – ज्योतिरादित्य सिंधिया
रतलाम – कांतिलाल भूरिया
छिंदवाड़ा – नकुल नाथ(कमलनाथ का बेटा)
खंडवा – अरुण यादव
भोपाल-दिग्विजय सिंह, सुरेंद्र सिंह ठाकुर
इंदौर- सत्यनारायण पटेल, पंकज संघवी, अर्चना जायसवाल, प्रीति अग्निहोत्री
राजगढ़ – दिग्विजय सिंह, शिव नारायण मीणा
होशंगाबाद – रामेश्वर नीखरा, सुरेश पचौरी,राजकुमार पटेल, आशुतोष राणा
विदिशा – प्रताप भानु शर्मा, निशंक जैन, शैलेंद्र पटेल
ग्वालियर – अशोक सिंह, मोहन सिंह राठौर
मुरैना – रामनिवास रावत, मनोज पाल
भिंड – महेंद्र सिंह बौद्ध, कमलापत आर्य
सागर – प्रभु सिंह, अरुणोदय चौबे, नरेश जैन
खजुराहो – चंद्रिका प्रसाद द्विवेदी, राजा पटेरिया
सीधी – राजेंद्र सिंह
सतना – अजय सिंह
दमोह – मुकेश नायक
टीकमगढ़ – सुरेंद्र चौधरी, शशि कर्णावत
देवास – पवन वर्मा
बैतूल – अजय शाह, सुखदेव पांसे
मंदसौर – विपिन जैन,मीनाक्षी नटराजन
जबलपुर – शरद यादव (लोकतांत्रिक जनता दल) का नाम शामिल है.