गुना कलेक्टर को पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने लिखा पत्र, तहसीलदार और पटवारी पर कार्रवाई करने की मांग

Gaurav Sharma
Published on -

भोपाल/गुना, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (madhya pradesh) के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ( former cm digvijaya singh) ने गुना (guna) जिले की मक्सूदनगढ़ तहसील (Maxudangarh Tehsil) के तहसीलदार और हल्का पटवारी पर सरकारी रिकॉर्ड में हेराफेरी (Misappropriation in official records) को लेकर कार्रवाई करने की मांग जिला कलेक्टर से पत्र लिख कर की है। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह (former cm digvijaya singh) ने पत्र में दोनों को ही तुरंत निलंबित (suspended) करने की मांग की है। पूर्व सीएम ने इस पत्र को मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस (Chief Secretary Iqbal Singh Bains) को भी भेजा है।

पूर्व सीएम ने आरोप लगाते हुए अपने पत्र में लिखा कि जिले के मक्सूदनगढ़ तहसील के तहसीलदार सत्येंद्र सिंह गुर्जर (Tehsildar Satyendra Singh Gurjar) ने कडईखेड़ा गांव (Kadikheda Village) में स्थित भूमि सर्वे क्रमांक 6/3 रकबा 2.090 हेक्टेयर के नामांतरण के संबंध में पारित किए गए आदेशों की जांच की जाए। दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने लिखा कि एक आदेश साल 2019 के 22 अक्टूबर को जारी किया गया था, वहीं दूसरा आदेश उसी साल 31 दिसंबर को जारी किया गया था।

ये भी पढ़े – MP उपचुनाव 2020 – कांग्रेस से जीतू पटवारी और गुड्डू के खिलाफ और बीजेपी प्रवक्ता उमेश शर्मा पर एफआईआर दर्ज

पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया है कि ये भूमि पहले सरकारी खाते में थी, जिसको बेचने की अनुमति कलेक्टर से नहीं ली गई थी। आगे उन्होंने लिखा कि अगर तहसीलदार के पहले आदेश में ये जमीन पटवारी रिकार्ड के अनुसार शासकीय खाते में भी तो दूसरे आदेश में ये जमीन पटवारी रिकॉर्ड के अनुसार प्राइवेट खाते में कैसे चली गई। पूर्व सीएम ने फर्जी तरीके से नामांतरण करने पर हल्का पटवारी और मक्सूदनगढ़ तहसीलदार को तुरंत निलंबित कर मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग की है। साथ ही उन्होंने दोषियों पर कार्रवाई करने की भी मांग की है।

गुना कलेक्टर को पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने लिखा पत्र, तहसीलदार और पटवारी पर कार्रवाई करने की मांग


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

Other Latest News