भीलों को आपराधिक प्रवत्ति का बताना शर्मनाक, ये आदिवासी समाज का अपमान: भार्गव

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भोपाल। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के प्रश्न पत्र के सवालों को लेकर भील समाज में खासी नाराजगी पसरी हुई है। खंडवा में भील समाज के लोगों ने इसे लेकर अपनी नाराजगी दर्ज कराई। इधर सागर में भी भील समुदाय के लोगों ने इसका विरोध किया। वहीं अब इस पूरे मामले में राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी सामने आ रही है। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इसे शर्मनाक और आदिवासी समाज का अपमान बताया है। इससे पहले कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह और भाजपा विधायक राम दांगोरे भी इस पर आपत्ति जता चुके है। 

नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने ट्वीट कर प्रश्न पत्र में भील जनजाति को लेकर पूछे गए सवाल पर एतराज जताया है। गोपाल ने ट्वीट कर लिखा ‘आदिवासीयों का देश की आजादी के इतिहास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। ये हमारी संस्कृति के रक्षक है। एमपीपीएससी परीक्षा के प्रश्नपत्र में भोले भाले भीलों को आपराधिक प्रवर्ति का बताया जाना शर्मनाक और सम्पूर्ण आदिवासी समाज का अपमान है’। उल्लेखनीय है कि इससे पहले चाचौड़ा से कांग्रेस विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह भी इस पर कड़ी आपत्ति जता चुके है और मुख्यमंत्री कमलनाथ से माफी मांगने की मांग कर चुके है। वहीं भील समाज से आने वाले पंधाना के विधायक राम दांगोरे ने भी एमपीपीएससी में इसे लेकर शिकायत करने की बात कही है। विधायक दांगोरे ने मांग की है कि जिसने भी यह प्रश्नपत्र तैयार किया है उसे तत्काल बर्खास्त किया जाए और एट्रोसिटी ऐक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया जाए। उन्होंने कहा कि भील समाज ने देश की आजादी की लड़ाई में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और प्रश्नपत्र में आपत्तिजनक बातें लिखी गई हैं।


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