भोपाल।
सोशल मीडिया कमलनाथ सरकार द्वारा मठ मंदिरों की जमीन बेचे जाने की खबर का कांग्रेस ने खंडन किया है। कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। सलूजा ने ट्वीट कर लिखा है कि कमलनाथ सरकार ने मंदिरो की ज़मीन को बेचने का ना कोई निर्णय लिया है और ना केबिनेट में इस तरह का कोई प्रस्ताव पास हुआ है। झूठ बोलने में माहिर भाजपा नेता चालू हो गये सरकार को कोसने व हिंदू विरोधी बताने में? उमा भारतीजी व नरोत्तम मिश्रा ने तो बयान तक दे डाले। कितनी जल्दी में है भाजपाई
दरअसल, मीडिया रिपोर्टस में दावा किया गया था कि कमलनाथ सरकार मठ मंदिरों की ऐसी जमीन जहां मंदिर नहीं है, उसे बेचेगी। इस फंड से मठ मंदिरों का जीर्णोद्धार किया जाएगा। खाली जमीन जो मंदिरों के नाम से है और जिसका उपयोग नहीं हो रहा है। उसका इस्तेमाल कर मंदिरों के लिए फंड जुटाया जाएगा।जैसे ही यह खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई बीजेपी ने सरकार को घेरना शुरु कर दिया।बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने तो सरकार की ईंट से ईंट बजाने की धमकी दे डाली।
बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा था कि मंदिर की एक इंच जमीन बेची तो कमलनाथ सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे। मंदिर की जमीनों को बेचने का निर्णय कमलनाथ सरकार का हिन्दू विरोधी निर्णय है कमलनाथ सरकार लगातार हिन्दुओ का अपमान कर रही है । मंदिरों की घंटीयों और आरती पर प्रतिबंध लगाने वाली कमलनाथ सरकार एक के बाद एक हिन्दू विरोधी फैसले ले रही है पहले उसने मंदिरों में आने वाले दान को राजस्व से जोड़ा उस पैसे से मस्जिद बनाने का काम धर्मस्व विभाग कर रहा है । अब सरकार मंदिरों की जमीन की कालाबाज़ारी कराना चाहती है । शर्मा ने आगे सरकार को धमकी देते हुए कहा कि कमलनाथ सरकार को हिन्दुओ से इतनी क्या आपत्ति है । मुस्लिम तुष्टिकरण वाली कांग्रेस की कमलनाथ सरकार में यदि दम है तो मस्जिद की जमीन बेचकर दिखाए ।वही बीजेपी के अन्य नेताओं ने भी सरकार की घेराबंदी शुरु कर दी। बढ़ते विवाद को देखते हुए कांग्रेस ने इसका खंडन किया।