भोपाल। प्रदेश में पिछले छह महीने से मिलावट के खिलाफ अभियान चल रहा है। इस दौरान खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों पर रासुका एवं एफआईआर की कार्रवाई की गई है। इस बीच प्रदेश के सबसे बड़े सहकारी दुग्ध संघ में यूरिया मिलावट की घटना को सरकार ने गंभीरता से लिया है। दुग्ध संघ स्तर पर मिलावट को लेकर कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति की गई है। कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी द्वारा साँची दुग्ध संघ में मिलावट का मामला विधानसभा में उठाए जाने के बाद मुख्यमंत्री ने रिपोर्ट तलब कर ली है। जल्द ही सरकार सांची में मिलावट रोकने और मिलावट के लिए जिम्मेदारों को लेकर बड़ा कदम उठाने जा रही है।
सांची में मिलावट का काम पिछले कई सालों से चल रहा है। जो पूर्व में भी उजागर हुआ था, लेकिन दुग्ध संघ स्तर पर मामले को दबा दिया गया। अब जब मामला उठा है तो राज्य सरकार दुग्ध संघ को पूरी तरह से पारदर्शी बनाने की तैयारी कर रही है। सूत्रों ने बताया कि इस संबंध में विभागीय मंत्री से भी रिपोर्ट तलब की गई है। क्योंकि मिलावट का मामला उजागर होने के बाद यह जानकारी सामने आई थी कि मंत्री की सिफारिश पर संघ में दुध में मिलावट और दूध टेंकरों की निगरानी करने की जिम्मेदारी कुछ कर्मचारियों को दी गई थी। हालांकि इन कर्मचारियों को निलंबित किया जा चुका है। खबर है कि दुग्ध संघ में बड़ा फेरबदल होने जा रहा है।