भोपाल।
विवादों को लेकर चर्चाओं में रहे गुना के कलेक्टर भास्कर लक्षकार का एक और विवादित बयान सामने आया है। दरअसल गुना के एसपी राहुल लोड़ा का तबादला पुलिस मुख्यालय हो गया है और उनका विदाई समारोह रविवार को आयोजित किया गया ।इस विदाई समारोह में बोलते हुए कलेक्टर भास्कर लक्षकार ने कहा कि ट्रांसफर एक रूटीन प्रक्रिया है ।
भोपाल की स्थिति ऐसी है जैसे आदमी मरकर श्मशान आता है वैसे ही अधिकारी ट्रांसफर होकर वल्लभ भवन पहुंचते हैं। आईपीएस अधिकारी के लिए यही स्थिति पीएचयू यानी पुलिस मुख्यालय की है ।सब की गति वही है। कलेक्टर ने वल्लभ भवन की तुलना भला श्मशान घाट से क्यों की या पीएचक्यू को भी उसी के समतुल्य क्यों बताया, यह तो वही जाने लेकिन उनके इस बयान ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है।
आमतौर पर कलेक्टर एसपी की पोस्टिंग मलाईदार मानी जाती है और वल्लभ भवन को लूप लाइन माना जाता है ।क्या कलेक्टर यही कहना चाहते हैं तो फिर सेवाओं में ईमानदारी या कर्तव्य परायणता जैसी चीज बची ही कहा क्योंकि वल्लभ भवन में बैठने वाले अधिकारी भी काम तो करते ही हैं और शासन उन्हें भी जिम्मेदारी तो देता ही है