भोपाल।
मध्यप्रदेश में सीएम हेल्पलाइन में लापरवाही करना अफसरों को महंगा पड़ गया। प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास विभाग प्रमोद अग्रवाल और आयुक्त गुलशन बामरा ने एक सीएमओ को निलंबित और 13 की वेतन वृद्धि रोक दी गई है।खबर है कि प्रमुख सचिव अग्रवाल ने सीएम हेल्पलाइन, पेयजल आपूर्ति और अन्य काम में लापरवाही बरतने पर एक मुख्य नगर पालिका अधिकारी को निलंबित और 13 मुख्य नगर पालिका अधिकारियों का एक-एक इंक्रीमेंट रोक दिया गया।इसके लिए सामान्य प्रशासन विभाग को भी प्रस्ताव भेज दिया गया है। इनमें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मौजूद ना रहने पर मुल्तानी के सीएमओ माकड़ौन रफ़ीक मुल्तानी को निलंबित किया गया।वही आयुक्त नगर पालिक निगम जबलपुर के आयुक्त चंद्रमौलि शुक्ल, आयुक्त नगर पालिक निगम खंडवा डीएस परिहार और प्रभारी सीएमओ नपा सुसनेर मनीष जैन की एक-एक वेतन वृद्धि रोकने के लिए कारण बताओ नोटिस दिया है। बताते चले कि नगरीय निकायों के कामकाज की समीक्षा के लिए प्रमुख सचिव प्रमोद अग्रवाल और आयुक्त गुलशन बामरा ने वीडियो कांफ्रेंसिंग की थी, जिसमें 100 के दिन अंदर निराकरण ना करने पर यह कार्रवाई की गई।
इनका इन्क्रीमेंट रोका
संजेश गुप्ता – सीएमओ नीमच
प्रभु पाटीदार – सीएमओ हाट पिपल्या
सरिता प्रधान – सीएमओ मंदसौर
रीना राठौर -सीएमओ व्यौहारी
शैलेन्द्र प्रताप सिंह -सीएमओ नागौद
सुधीर मिश्रा – सीएमओ पिछौर
बी.डी. कतरोलिया – सीएमओ अशोकनगर
पी.एस बुन्देला -सीएमओ गुना
संतराम चौहान -सीएमओ बड़वाह
राधेश्याम मंडलोई -सीएमओ धार
आशा भंडारी -सीएमओ महेश्वर
दामोदर चौधरी -सीएमओ हातोद
हरिहर गंधर्व -सीएमओ छतरपुर