मंत्री जी बोले, “कांग्रेसियों की झूठ की खुराक है और झूठ ही औकात है”

Gaurav Sharma
Published on -

भोपाल डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश के स्कूली शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कांग्रेस पर करारा हमला बोला है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के दौरान हुए दो मामलो को लेकर ट्वीट के माध्यम से कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है।

बाइक, रसोई गैस को ठेले पर रख कांग्रेस ने जताया विरोध, निकाली जन जागरण पदयात्रा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भोपाल दौरे के दौरान जंबूरी मैदान का एक वीडियो वायरल कर कांग्रेस ने दावा किया था कि प्रधानमंत्री के स्टाफ द्वारा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को उनके साथ चलने से रोका गया था। कांग्रेस का कहना था ऐसा इसलिए किया गया कि पीएम का सिंगल विंडो फोटो बन सके।

इस पर बीजेपी की ओर से अब प्रतिक्रिया आई है और कहा गया है कि कांग्रेस ही सरासर झूठ बोल रही है। पीएम के स्टाफ ने सीएम शिवराज को रास्ते से नही हटाया था बल्कि जिस व्यक्ति ने मुख्यमंत्री के पास आकर उन्हें रोका वह भोपाल के कलेक्टर अविनाश लवानिया थे और किसी आवश्यक विषय के बारे में मुख्यमंत्री को बताना चाह रहे थे।

इंदर सिंह परमार का कहना है कि “झूठो की कांग्रेस पार्टी जो जिला कलेक्टर को ही नहीं पहचानती …. इस कांग्रेस पार्टी का क्या होगा…? राजनीति के चक्कर में कभी आलू से सोना बनाते हैं तो कलेक्टर को सुरक्षा गार्ड बना दिया। जो कलेक्टर को नहीं पहचान पाए वह जनता को क्या पहचान पाएंगे।”

इतना ही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत के लिए खड़ी मुस्लिम महिलाओं के हाथ में कलावा पहने फोटो वायरल होने पर भी इंदर सिंह परमार ने ट्वीट कर वार किया है। उनका कहना है कि “अक्ल के अंधे यह कलावा नहीं ब्रेसलेट है।” उन्होंने लिखा है कि “कांग्रेसियों की झूठ की खुराक और झूठ की औकात है।”


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

Other Latest News