भोपाल। पूजा खोदाणी।
सीएए को लेकर बीजेपी में भी बगावत के स्वर अब तेजी से फूट रहे है।एक के बाद एक नेता पार्टी लाइन से हटकर बयान दे रहे है। बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी के बाद अब भाजपा नेता अजीत बौरासी ने नागरिकता संशोधन कानून का विरोध किया है। बौरासी का कहना है कि ‘मैं भेड़ नहीं जो गलत के पीछे भी चलता रहूं’। वही उन्होंने CAA-NRC को मुस्लिमों के साथ-साथ SC, ST, OBC के लिए भी हानिकारक बताया है।जबकी इसके पहले बीते दिसबंर में उन्होंने सीएए का समर्थन किया था।हैरानी की बात ये है कि बौरासी की बयान उस समय आया है जब संघ प्रमुख मोहन भागवत प्रदेश दौरे पर है और सीएए-एनआरसी के समर्थन में माहौल बना रहे है। बौरासी के इस बयान के बाद पार्टी में खलबली मच गई है।
दरअसल, इंदौर जिले में बीजेपी नेता अजीत बौरासी ने मंगलवार को फेसबुक पर एक पोस्ट लिखकर सीएए (CAA) का विरोध किया है। बीजेपी नेता ने पार्टी लाइन से हटकर विरोध किया है। उन्होंने सीएए के खिलाफ अपने फेसबुक वॉल पर लिखा है, ‘मैं भेड़ नहीं जो गलत के पीछे भी चलता रहूं’ साथ ही CAA-NRC को मुस्लिमों के साथ-साथ SC, ST, OBC के लिए भी हानिकारक बताया है।जबकी 15 दिसंबर को अजीत ने इसी फेसबुक अकाउंट से नागरिकता संशोधन विधेयक के समर्थन में पोस्ट डाली थी। तब अजीत ने पोस्ट में लिखा था कि मैंने अब तक अध्यादेश को जितना समझा है उससे किसी भी हिंदुस्तानी का नुकसान नहीं है। बौरासी का यह बदला अंदाज भाजपा-कांग्रेस नेताओं को हैरान कर रहा है।
कौन है अजीत बौरासी
अजीत बौरासी पूर्व सांसद और विधायक प्रेमचंद गुड्डू के पुत्र हैं। गुड्डू अरसे तक इंदौर-उज्जैन क्षेत्र के बड़े नेताओं में गिने जाते रहे। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पिता-पुत्र ने कांग्रेस से किनारा कर भाजपा का दामन थाम लिया था। इसके तुरंत बाद भाजपा ने आलोट से अजीत को टिकट भी दे दिया। हालांकि अजीत वहां से चुनाव हार गए थे और प्रदेश में भी बीजेपी सरकार नहीं बना पाई थी।
इससे पहले नारायण त्रिपाठी ने किया था विरोध
इसके पहले कांग्रेस के पक्ष में जुलाई 2019 में क्रास वोटिंग करने से चर्चा में आए मैहर से भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने नागरिकता संशोधन कानून पर विरोध जताया था।त्रिपाठी ने कहा था कि धर्म के नाम पर देश का बंटवारा नही किया जाना चाहिए। या तो आप संविधान के साथ है या विरोध में है और यदि संविधान के हिसाब से नही चलना है तो उसे फाड़कर फेंक देना चाहिए।उन्होंने कहा था कि मैं एक छोटे से गांव से आता हूं और गांव में आज भी आधार कार्ड नहीं बन रहे तो ऐसे लोग अपनी नागरिकता साबित करने के लिए बाकी कागज कहां से लाएंगे। सीएए कानून के कारण गांव में गृहक्लेश जैसी स्थिति निर्मित हो गई है। आज गांव में लोग एक-दूसरे की तरफ देख भी नही रहे हैं।
मप्र दौरे पर संघ प्रमुख
हैरानी की बात तो ये है कि बौरासी का बयान उस समय सामने आया है जब संघ प्रमुख मोहन भागवत मध्यप्रदेश दौरे पर है और सीएए के पक्ष में माहौल बनाने का काम कर रहे है। संघ इस मुद्दे को ग्रामीण स्तर तक ले जाकर जागरुकता अभियान चलाने की तैयारी में जुटा हुआ है, ताकी लोगों के बीच से गलत फहमियां दूर हो सके।हाल में उन्होंने गुना में दौरा किया था और छात्रों को सीएए के बारे में बताया था।वही वे सीएए को लेकर पार्टी में मची अंतरकलह को लेकर भी नाराज है और बीजेपी नेताओं से आगामी दिनों में होनी वाले बैठक मे चर्चा करेंगें।
बीजेपी में खलबली
बौरासी के इस विरोध के बाद बीजेपी में ह़ड़कंप मच गया है।चुंकी हाल ही में नारायण त्रिपाठी ने विरोध किया था। इसके पहले 700 से ज्यादा नेताओं ने विरोध में इस्तीफा दे दिया। इन इस्तीफों के बाद वैसे ही पार्टी बैकफूट पर आ गई है और डैमेज कंट्रोल में जुटी है, ऐसे में इन दोनों नेताओं के बयानों ने पार्टी नेताओं के माथे पर चिंता की लकीरें खीच दी है।