भोपाल।.राजधानी पुलिस द्वारा दो दिन पहले प्रदेश के सबसे बड़े सट्टा नेटवर्क का खुलासा करने के बाद में पुलिस सट्टा करोबार की पूरी तरह से कमर तोडऩे में जुट गई है। पुलिस सूत्रों का दावा है कि शहर में सबसे बड़ा सट्टा और हवाला कारोबार बैरागढ़ से संचालित किया जा रहा है। इस बात की पुख्ता जानकारी सट्टा किंग नरेश हेमनानी ने पुलिस पूछताछ में दी है। पुलिस ने बैरागढ़ के इन हाई प्रोफाइल सट्टा और हवाला कारोबारियों की लिस्ट तैयार कर ली है। वहीं नरेश के लैपटॉप में भी इस काले कारोबार से जुड़े अन्य लोगों के नंबर और नाम तथा हिसाब मिला है। पुलिस ने गुपचुप तरीके से इन कारोबारियों की तजदीक शुरू कर दी है। वहीं गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस को दो लॉकर मिले हैं। जिन्हें आईटी टीम आज खोलेगी। इससे आईटी को काला धन व अन्य प्रमाण मिलने की उम्मीद है।
जानकारी के अनुसार दो दिन पहले भोपाल में पकड़े गए आईपीएल सट्टेबाजी गिरोह के तार हांगकांग और दुबई से जुड़े हुए हैं। रविवार को पुलिस ने इस मामले को आयकर विभाग की इंवेस्टिगेशन विंग को सौंपा, जिसके बाद आयकर टीम के 50 सदस्यों ने राजधानी में 7 ठिकानों पर छापा मारा। यहां से जब्त दस्तावेजों में टीम को अब तक 20 करोड़ रु. से अधिक के ट्रांजेक्शन के प्रमाण मिले हैं। मामले में 1.26 करोड़ रुपए पहले ही जब्त किए जा चुके हैं। गिरफ्तार 10 खाईबाजों ने पूछताछ में बताया कि वे आईपीएल मैच में जीत-हार पर लोगों से दांव मंगवाते थे। आरोपियों के पास दो लॉकर भी मिले हैं। ये भ��रत सोनी और संजीत चावला के हैं। सोमवार को दोनों लॉकर खोले जाएंगे। आयकर टीम ने आरोपियों से आयकर अधिनियम की धारा 131 और 136 के तहत पूछताछ की। पड़ताल में आईटी टीम को बड़े पैमाने पर डायरियां और कंप्यूटर लैपटॉप में ई-डॉक्यूमेंट्स मिले हैं। इनमें एजेंट के नाम और राशि कोडवर्ड में दी गई है। बताया जा रहा है कि इस सट्टेबाजी के तार सीधे हांगकांग और दुबई से जुड़े हुए हैंं। यह पूरा सट्टा एक एप के जरिए खेला जाता था। इसे गूगल प्ले स्टोर में जाकर सीधे डाउनलोड नहीं किया जा सकता था। दांव लगाने वाले की पहचान और भरोसा कायम होने के बाद सटोरिये उसे एक लिंक भेजते थे, जिसके जरिए वह एप को डाउनलोड करता था। उसके बाद यह सट्टा खेला जाता था।