भोपाल। लोकसभा चुनाव के छह चरण पूरे हो चुके हैं। मध्य प्रदेश की 29 में से 21 सीटों पर वोट डाले जा चुके हैं। 12 मई को भोपाल लोकसभा समेत आठ सीटों पर वोटिंग हुई थी। भोपाल से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह चुनी रण में है। बीजेपी से साध्वी प्रज्ञा ठाकुर उम्मीदवार हैं। इस बार यहां चुनाव हिंदुत्व बनाम हिंदुत्व के मुद्दे पर लड़ा गया। हालांकि, विकास कार्यों को लेकर दोनों प्रत्याशियों ने अपना विजन जनता के सामने पेश किया। अब दिग्गी के पुत्र और कमलनाथ में कैबिनेट मंत्री जयवर्धन सिंह का दर्द सोशल मीडिया पर चुनाव के असली मुद्दों को लेकर छलका है। उन्होंने दिग्विजय सिंह की जीत का दावा भी किया है।
दरअसल, सोशल मीडिया पर दिग्गी के बेटे जयवर्धन सिंह ने बड़ा दावा किया। उन्होंने लिखा है कि, माँ नर्मदा के आशीर्वाद से भोपाल में दाता की जीत सुनिश्चित है। लेकिन इस बात का मलाल जरूर है कि भोपाल शहर की झुग्गियों में रहने वाले लाखों लोगों की पीड़ा मीडिया के माइक और कैमरे से दूर रही। हिन्दू-मुस्लिम करने ये देश आगे नही बढेगा। तोड़ना बड़ा आसान है जोड़ने की बात कीजिए।
गौरकलब है कि इस बार बीजेपी का गढ़ बन चुकी भोपाल लोकसभा सीट को भेद ने के लिए कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह को प्रत्याशी बनाया है। दिग्गी पर हिंदु विरोध छवि होने के आरोप लगते रहे हैं। जिसे मिटाने के लिए वह दो साल से तैयारी में जुटे थे। नर्मदा परिक्रमा कर उन्होंने इस बात के संकेत दे दिए थे कि वह अपने धर्म के हिंदु विरोध नहीं बल्की हिंदुत्व के खिलाफ हैं। जबकि बीजेपी के प्रमुख एजेंडों में से हिंदुत्व एक अहम एजेंडा है। बीजेपी को हराने के लिए दिग्विजय सिंह ने इस मुद्दे को अपने चुनाव प्राचार में जमकर भुनाया, वह प्रदेश के हर बड़े मंदिर गए और जीत के लिए आशीर्वाद भी लिया। यही नहीं उनके समर्थन में कंप्यूटर बाबा समेत हज़ारों साधु संतों ने योग किया। जिसे लेकर देश भर में इस बार की चर्चा रही कि भोपाल सीट पर चुनाव विकास मुद्दों को छोड़ हिंदुत्व बनाम हिंदुत्व पर लड़ा जा रहा है। अब दिग्गी के बेटा का दर्द भी इस मामलो को लेकर सोशल मीडिया पर निकला है।