भोपाल।
सोमवार को मंदसौर गोलीकांड को लेकर विधानसभा में दिए जवाब पर गृहमंत्री बाला बच्चन ने सफाई पेश की है। बाला बच्चन ने कहा है कि हमने ये पुरानी सरकार की रिपोर्ट पेश की है, हमारी सरकार परीक्षण करा रही है, ज़रूरी हुआ तो मंदसौर किसान गोलीकांड की दोबारा जांच कराएंगे। जो सरकार कोर्ट द्वारा गठित की गई जैन जांच आयोग रिपोर्ट का इंतजार कर रही।चुंकी इस गोलीकांड के बाद कांग्रेस ने विपक्ष में रहकर ये मुद्दा जोर-शोर से उठाया था। गोलीकांड की पहली बरसी पर मंदसौर में हुई सभा में खुद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था प्रदेश की सरकार ने किसानों पर आक्रमण किया, गोली चलाई, किसानों को मारा।ऐसे में विधानसभा मे गृहमंत्री द्वारा दिया गया बयान कांग्रेस सरकार के सामने पशोपेश के हालात खड़े किए हुए है।
दरअसल, सोमवार को विधानसभा में लिखित सवाल के जवाब में बालाबच्चन ने कहा था कि मंदसौर में किसानों पर गोली कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए आत्मरक्षा में चलाई गई थी। विधायक हर्ष विजय गेहलोत के सवाल के जवाब में बाला बच्चन ने कहा कि मंदसौर के पिपलिया मंडी थाना में 6 जून 2017 को हिंसक भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आत्मरक्षा और सरकारी व निजी संपत्ति की सुरक्षा के लिए गोली चलाई गई थी। संपत्तियों की रक्षा के लिए तत्कालीन एसडीएम मल्हारगढ़ श्रवण भंडारी ने कानूनी प्रक्रिया का पालन कर गोली चलाने का आदेश दिया था।विधानसभा में दिए गए बयान के अनुसार गृह मंत्री बाला बच्चन ने मंदसौर गोलीकांड में प्रशासन को बेकसूर ठहराया था। इस जवाब के बाद से ही सवाल उठने लगे थे कि क्या मंदसौर गोलीकांड में प्रशासन की कोई गलती नही।साथ ही जिस मुद्दे पर कांग्रेस तत्कालीन सरकार को घेरे हुए थी, अब सत्ता में आने के बाद शिवराज सरकार को क्लीन चिट दे रही है। वहीं किसान आंदोलन में मृत मंदसौर के बरखेड़ा पंथ के अभिषेक पाटीदार के परिजनों ने नाराजगी जताई है। इन तमाम उठते सवालों के बीच आज मंगलवार को फिर बच्चन ने मीडिया के सामने सफाई दी है।
बच्चन ने कहा कि जो विधानसभा में जवाब दिया गया है, वह शिवराज सरकार के समय जो दस्तावेज तैयार किए गए थे, उसी के आधार पर दिया गया। सरकार कोर्ट द्वारा गठित की गई जैन जांच आयोग रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। जांच की रिपोर्ट मिलने के बाद परीक्षण किया जाएगा अगर सरकार रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं होगी है तो फिर से मंदसौर गोलीकांड की जांच करवाई जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों के हित में रिपोर्ट नहीं आती है तो जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। विपक्ष के दौरान जिन मुद्दों का हमने उठाया था हम अब भी उसी पर कायम है।
गौरतलब है कि गोलीकांड में किसानों की मौत के मामले में पिछली बीजेपी सरकार को कांग्रेस लगातार घेरती आई है। उसने वचन पत्र में भी शामिल किया था कि सरकार बनी तो गोलीकांड की फिर से जांच होगी। इसके बाद कमलनाथ सरकार जब सत्ता में आई तो गृह मंत्री बाला बच्चन ने बयान दिया कि इसकी जांच नए सिरे से होगी। लेकिन इसके बाद सोमवार को कांग्रेस के गृह मंत्री बाला बच्चन ने ताजा बयान ने सियासत गर्मा दी है।जिसके बाद उन्हें सफाई देनी पड़ी।