भोपाल | लिट्रेचर एंड आर्ट फेस्टीवल ‘हार्टलैंड स्टोरीज’ का शुभारंभ शनिवार को भारत भवन में हुआ। इस दौरान यहां करीब 35 बुद्धिजीवी शामिल हुए। मगर खास तौर पर भारतीय खूफिया एंजेंसी रॉ के पूर्व प्रमुख एएस दुलत मौजूद रहे। एएस दुलत ने जिन्होंने आईएसआई पूर्व चीफ असद दुर्रानी के साथ मिलकर एक बुक ‘द स्पाई क्रॉनिकल्स… रॉ-आईएसआई एंड द इल्यूजन आॅफ पीस’ लिखी है। एएस दुलन ने खास बातचीत में बताया कि कश्मीर मुद्दे का एक ही सॉल्यूशन है, वह है बातचीत जो इन दिनों बिल्कुल भी नहीं हो रही है, कहा जाता है कि फारुख अब्दुल्लाह, उमर अब्दुल्ला और मेहबूबा एंटीनेशनलिस्ट हैं, तो मैं कहूंगा कि फिर नेशनलिस्ट कोई नहीं।
नॉर्वे के पूर्व पीएम से क्या कहा मीर वाइज ने…
इसी के साथ उन्होंने कश्मीर मुद्दे पर उन्होंने कहा कि कश्मीरी कभी हमसे अलग नहीं हैं, उनको पता है कि उन्हें हमारे साथ ही रहना है, वह खुद अमन चाहते हैं, हाल ही में नॉर्वे के पूर्व प्राइम मिनिस्टर बोंडविक को मीर वाइज ने कहा कि दिल्ली में जाकर बोलना कि कश्मीरी अमन चाहते हैं बातचीत चाहते हैं। इस दौरान उन्होंने पत्थरबाजी पर कहा कि हरियाणा के इतने बड़े जाट आंदोलन में सेना गोली नहीं चलाती तो कश्मीर में क्यों चलाती है। वहां गोली चलाना इतना आसान क्यों है।