Lok Sabha Election 2024: मतदान के लिए पहुंचे मतदाता की करनी होगी चिंता, तेज गर्मी, लू से बचाव करने, शुद्ध पेयजल, शेड, मेडिकल किट रखने के निर्देश

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने निर्देश दिए कि सभी मतदान दलों के पास ओआरएस पैकेट और तेज गर्मी से बचाव के लिए 'क्या करें, क्या नहीं करें' का पर्चा भी होना चाहिए। साथ ही सेक्टर ऑफिसर की गाड़ी में सभी जरूरी दवाइयों के साथ-साथ समुचित संख्या में पैरा-मेडिकल स्टॉफ भी तैनात रहे।

Lok Sabha Election 2024

Lok Sabha Election 2024: मध्य प्रदेश में मौसम बदल चुका है, कई जिलों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार निकल गया है, कुछ जिलों में लू चलने लगी हैं, इसे देखते हुए मतदान केंद्रों पर विशेष इंतजाम करने के लिए निर्देश निर्वाचन आयोग ने दिए हैं, उन्होंने गर्मी और लू से बचाने के साथ साथ आवश्यक दवाइयां भी मतदान केंद्रों पर रखने के निर्देश दिए हैं।

मतदान केंद्रों पर शुद्ध पेयजल, लू से बचाव और छाया रखने के निर्देश 

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने सभी कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देशित किया है कि सभी मतदान केंद्रों में तेज गर्मी (लू) से बचाव के समुचित प्रबंध करें। उन्होंने कहा कि मतदान केंद्रों में मतदाताओं के लिए शुद्ध पेयजल और बैठने के लिए पर्याप्त कुर्सियों व बेंच की व्यवस्था भी करें।

मतदान केंद्रों पर मेडिकल किट और आवश्यक दवाईयां होनी चाहिए 

राजन ने निर्देश दिए कि मतदान केंद्रों में मतदाताओं को धूप से बचाने के लिए शेड लगाने की व्यवस्था भी करें साथ ही हर मतदान केंद्र में मेडिकल किट भी अवश्य रखें। इस मेडिकल किट में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से चर्चा कर ग्रीष्मकाल में उपयोगी सभी जरूरी दवाइयां उपलब्ध करायें।

सेक्टर ऑफिसर की गाड़ी में मेडिकल स्टॉफ तैनात करने के निर्देश 

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने निर्देश दिए कि सभी मतदान दलों के पास ओआरएस पैकेट और तेज गर्मी से बचाव के लिए ‘क्या करें, क्या नहीं करें’ का पर्चा भी होना चाहिए। साथ ही सेक्टर ऑफिसर की गाड़ी में सभी जरूरी दवाइयों के साथ-साथ समुचित संख्या में पैरा-मेडिकल स्टॉफ भी तैनात रहे।

मध्य प्रदेश में बनाये गये 356 सहायक मतदान केंद्र

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया है कि मतदाताओं की सुविधा के लिए प्रदेश के जिन मतदान केंद्रों में मतदाताओं की संख्या 1500 से अधिक है, वहां पर सहायक मतदान केंद्र स्थापित किये गये हैं। भारत निर्वाचन आयोग की अनुमति से प्रदेश में कुल 356 सहायक मतदान केंद्र बनाये गये हैं।

यहाँ एक एक सहायक मतदान केंद्र 

प्रदेश के विधानसभा क्षेत्र जौरा, भितरवार, चंदेरी, खुरई, सागर, राजनगर, धौहनी, मुडवारा, जबलपुर केंट, सिहोरा, सिवनी, सौंसर, विदिशा, बासौदा, शमशाबाद, इच्छावर, सीहोर, ब्यावरा, शाजापुर, भगवानपुरा, इंदौर-3, रतलाम सिटी, जावरा और सुवासरा में एक-एक सहायक मतदान केंद्र बनाये गये हैं।

दो से लेकर चार तक सहायक मतदान केंद्र की व्यवस्था 

इसी तरह विधानसभा क्षेत्र ग्वालियर पूर्व, छतरपुर, सिंगरौली, गाडरवारा, देवास, खरगौन, सेंधवा, झाबुआ और नागदा-खाचरौद में दो-दो सहायक मतदान केंद्र स्थापित किये गये हैं। विधानसभा क्षेत्र ग्वालियर ग्रामीण, राघौगढ़, भोपाल दक्षिण-पश्चिम, मंदसौर में तीन-तीन और गुना-छिंदवाड़ा, भोपाल मध्य, बड़वाह व इंदौर-4 में चार-चार मतदान केंद्र बनाये गए हैं।

इस विधानसभा क्षेत्र में 53 सहायक केंद्र  

इसके अलावा विधानसभा क्षेत्र ग्वालियर, ग्वालियर दक्षिण, डबरा एवं बैरसिया में पांच-पांच सहायक मतदान केंद्र बनाये गये हैं वहीं जबलपुर पूर्व में सात, नरेला व देपालपुर में आठ-आठ, उज्जैन दक्षिण व उज्जैन उत्तर में नौ-नौ, इंदौर-1 में 18, इंदौर-2 में 18, सांवेर में 19, डॉ. अम्बेडकर नगर (महू) में 20, हुजूर में 29, इंदौर-5 में 50 और विधानसभा क्षेत्र राऊ में 53 सहायक मतदान केंद्र बनाये गये हैं।


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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