भोपाल।
मध्य प्रदेश की भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा के विवादित बयानों से उठे सियासी तूफ़ान के बाद प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है। अब कमलनाथ सरकार में सहकारिता मंत्री डॉ गोविन्द सिंह का बयान सामने आया है। सिंह का कहना है कि बीजेपी का कोई नेता दिग्विजय सिंह का सामना नहीं कर पाया तो आतंकवादी गतिविधियों में शामिल रही महिला को टिकट दिया है। साध्वी के बयान असत्य और झूठ पर आधारित हैं। साध्वी प्रज्ञा जैसी ही ट्रेंनिग आरएसएस देता है और चुनाव के पहले साम्प्रदायिक भावना भड़काते हैं।
सिंह यही नही रुके उन्होंने आगे कहा कि मेरे इलाके के हैं साध्वी के पिताजी। वो आरएसएस के कार्यकर्ता थे। बचपन से झगड़ालू किस्म की लड़की थी। उस समय प्रज्ञा आधुनिक कपड़े पहनती थी । बचपन लहार में गुजरा। आठवीं में फेल हुई है। पिताजी इसे आरएसएस का नेता बनाना चाहते थे। चार बहनें हैं। समझौता ब्लास्ट, सुनील जोशी हत्याकांड में कौन दोषी था। शिवराजसिंह ने ही जोशी हत्याकांड में साध्वी को आरोपी बनाया था। वही पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव के बाद पाकिस्तान पीएम को बुलाकर गले लगाते हैं। दो मुंह सांप जैसी स्थति है। एक तरफ पत्नी को साथ नहीं रखते। दूसरी और मुस्तिमोे को गाली देते हैं। आतंकवादियों को बीजेपी संरक्षण दिए हुए है। इसलिए कश्मीर में विस्फोट हुए हैं।
गौरतलब है कि यह पहला मौका नही है जब आरएसएस को लेकर सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह ने आरोप लगाए हो। इसके पहले उन्होंने आरएसएस पर बम बनाने की ट्रेनिंग देने का आरोप लगाया था। मंत्री गोविंद सिंह ने कहा था कि आरएसएस जो है वह हथियार बनाने की, एटम बम बनाने की, बम बनाने की, विस्फोट करने की और हथगोला बनाने की ट्रेनिंग देता रहा है। अभी यह सरकार में थे 15 साल से इसलिए मामले दबे रहे और इसमें उनकी प्रज्ञा ठाकुर का भी नाम आया था जिसको उन्होंने 15 साल से सभी सुख सुविधाएं दे रखी है बीमारी के नाम पर। सिंह ने कहा था कि अपराधियों को पाला बीजेपी की सरकार ने है, राष्ट्रीय स्वयंसेवक के कर्ताधर्ताओं ने और अब वही लोग उत्पात करवा रहे हैं। सब की जड़ भारतीय जनता पार्टी है और अब इस जन्म में हम मट्ठा डालने का काम कर रहे हैं।