भोपाल। मंगलवार को मंत्रिमंडल गठन के बाद सीएम कमलनाथ ने अपने मंत्रियों की बैठक ली ।इस दौरान कमलनाथ ने मंत्रियों को निर्देश देते हुए कहा कि ज़्यादा से ज़्यादा वक्त विभाग को दें और गांव गांव जाकर लोगों के बीच से संदेश पहुंचाएं की ये सरकार जनता की है। जो सरकार ने वादे किए है वो जरुर पूरे किए जाएंगें। वही मंत्रियों ने बैठक में कहा कि बिजली बिल की वसूली में अधिकारी मनमानी कर रहे हैं। इस पर तत्काल रोक लगाई जाए।बुधवार को मंत्रालय में कमलनाथ कैबिनेट की पहली बैठक बुलाई गई है।
मंत्रियों ने बताया कि बिजली बिल की वसूली में अधिकारी मनमानी कर रहे हैं। बिजली कंपनियां किसानों को नोटिस दे रही हैं। जब्ती बना रही हैं। इससे किसान परेशान हो रहे हैं। इस पर तत्काल रोक लगाई जाए। इसके साथ ही मंत्रियों ने कर्ज माफी को लेकर भी चर्चा की।इसके साथ ही कमलनाथ ने मंत्रियों से कहा है कि वो 2 से 11 जनवरी तक भोपाल में ही रहें। 7 से 11 जनवरी तक नयी विधानसभा का पहला सत्र होगा। सत्र की तैयारियों के सिलसिले में ज़रूरी निर्देश मंत्रियों को दिए गए।
योग्यता के आधार पर होगा विभाग का बंटवारा
बैठक से बाहर निकले मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि सीएम ने नए मंत्रियों से विभागों के बारे में राय ली है। साथ ही दो टूक कहा है कि योग्यता और वरिष्ठता के आधार पर ही विभागों का वितरण होगा। कई मंत्रियों ने विभागों को लेकर दावेदारी भी पेश की। इस बैठक में कैबिनेट मंत्रियों के साथ पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और कांग्रेस सांसद कांतिलाल भूरिया भी शामिल हुए। सीएम ने बुधावार को एनेक्सी में कैबिनेट बैठक बुलाई है। बैठक में अधिकारियों से विभागों को लेकर चर्चा होगी। इसमें कृषि का मुद्दा सबसे अहम बताया जा रहा है।