Bhopal Action on District Excise Controller : MP BREAKING NEWS की खबर का बड़ा असर हुआ है, अड़ीबाजी का आडियो वायरल होने के बाद आखिरकार जिला आबकारी कंट्रोलर के पद से हटाकर सजेंद्र मोरी को आबकारी विभाग के आयुक्त ओपी श्रीवास्तव ने कमिश्नर ऑफिस में अटैच कर दिया है।
यह था मामला
जिला आबकारी कंट्रोलर के पद पर बैठे सजेंद्र मोरी द्वारा मशहूर गायक बी प्राक के कार्यक्रम के फ्री पास मांगने का मामला सामने आया है। ये कार्यक्रम जो भोपाल के होटल लेक व्यू अशोका में हुआ था और उन्होने कार्यक्रम के आयोजक क्लब ओबेलो न्यूयार्क के मैनेजर से अपने लिए 10 टेबल के पास मांग की। इस ऑडियो में रवि नाम का मैनेजर फोन पर कहते हुए सुनाई दे रहा है कि ‘मैं आपको वीआईपी स्टेंडिग के 10 पास भिजवा देता हूं।’ इसके जवाब में सजेंद्र मोरी कहते हैं कि ‘स्टेंडिंग पास लेकर क्या करेंगे। मैं रहूंगा और लेडीज खड़े खड़े थोड़ी देंगेंगीं। स्टेंडिग पास नहीं चाहिए, टेबल चाहिए। अगर मुझे टेबल नहीं मिलेगी तो मतलब क्या है।’ इसके बाद वो धमकाने वाले अंदाज में कहते हैं ‘आगे सपोर्ट की उम्मीद मत करना।’ इसके बाद मैनेजर कहता है कि वो ले-आउट देखकर फिर फोन करते हैं।
आडियो MP BREAKING NEWS के पास
वहीं एक और ऑडियो में जब मैनेजर फोन करके कहता है कि वो पास भिजवा रहा है तो वो उसे बुरी तरह डपटते हुए कहते हैं कि ‘आपका जो भी नाम हैं, आप ये जान पहचान लीजिए कि मैं कोई कॉन्सटेबल नहीं हूं जो आप कभी भी फोन करेंगे। तुम अपना टाइमिंग देख लो पहले..मै इतना फ्री भी नहीं हूं। अगर सड़े से दस पास के लिए मुझे इतना फोन लगाने पड़े तो हम यूनिफॉर्म टांग देंगे। अगर भोपाल में काम कर रहा हूं तो एक फोन पर मेरे काम बिफोर टाइम होते हैं।’ मैनेजर इस बीच उन्हें शांत करने की कोशिश करता है और कहता है कि ये सब मेरे अंडर में नहीं है और मुझे मैनेज करना पड़ रहा है। लेकिन तब तक गुस्साए आबकारी कंट्रोलर उसका फोन काट देते हैं।
पहले भी मिली थी शिकायते
ये कोई पहली बार नहीं है जब जिला आबकारी कंट्रोलर सजेंद्र मोरी पर इस तरह के आरोप लगे हो। इससे पहले भी कई बार होटल और ढाबो में उनके द्वारा अवैध वसूली की शिकायतें आ चुकी है। वहीं रत्नागिरी समूह का ठेकेदार भी सजेंद्र मोरी की शिकायत कर चुका है लेकिन उस समय जाँच में लीपा पोती कर मामले को दबा दिया गया था। अब एक बार फिर उनका ऑडियो वायरल हो रहा है जिसमें वो साफ साफ अपने पद की धौंस जमाते नजर आ रहे हैं। वहीं वर्दी टांगने की बात करना वर्दी के अपमान और कदाचरण की श्रेणी में भी आता है। बता दें कि उनके पास आबकारी कंट्रोलर के साथ 3 आबकारी वृत्तों का प्रभार भी है।