भोपाल। 15 सालों बाद कांग्रेस वनवास काट प्रदेश में सरकार बनाने जा रही है। इसके साथ ही नए विधायकों के स्वागत की तैयारियां भी जोरों पर है। 17 दिसंबर को शपथ ग्रहण करते ही नए विधायको को बंगला आवंटित कर दिया जाएगा। वही विधानसभा सचिवालय द्वारा हारे हुए 119 विधायकों को नोटिस जारी उन्हें तीन दिन में बंगला खाली करने का अल्टीमेटम भी दिया गया है।
दरअसल मध्यप्रदेश में नई सरकार के गठन की तैयारी के साथ ही अब सरकारी आवास खाली कराने की कवायद भी शुरू हो चुकी है। जहां बीजेपी के ज्यादातर मंत्रियों को अपने सरकारी बंगले खाली करने पड़ रहे है वहीं सचिवालय द्वारा हारे हुए 119 विधायकों को बंगला खाली करने का नोटिस जारी किया गया है। इसके लिए उन्हें तीन दिन का अल्टीमेटम मिला है। सचिवालय ने नए विधायकों के लिए आवास कम होने का तर्क दिया, जबकि टिकट कटने वाले 43 पूर्व विधायकों को पहले ही आवास खाली करने का नोटिस मिल चुका है।
बताते चले कि इसके पहले टिकट कटने पर 43 विधायकों को नोटिस दिया गया था। इनमें मेहरबान सिंह रावत,सत्यपाल सिंह सिकरवार, मुकेश चतुर्वेदी, प्रदीप अग्रवाल, घनश्याम पिनोरिया, शकुंतला खटीक, पन्नालाल शाक्य, पारुल साहू, केके श्रीवास्तव, अनिता नायक , आरडी प्रजापति, उमादेवी खटीक, मेहन्द्र सिंह, रमाकान्त तिवारी, राजेन्द्र मेश्राम, प्रमिला सिंह, मनोज कुमार अग्रवाल, मोती कश्यप, पंडित सिंह धुर्वे, कमल मर्सकोले, गोविंद सिंह पटेल, नाथनशाह कवरेती, जतन उइके, चंद्रशेखर देशमुख, चेतराम मानेकर, गोवर्धन उपध्य्याय, मंगल सिंह धुर्वे, कल्याण सिंह ठाकुर, गोपाल परमार, जसवंत सिंह हाड़ा, चंपालाल देवड़ा, लोकेंद्र सिंह तोमर, वेलसिंह भूरिया ,कालू सिंह ठाकुर के नाम शामिल है।