MP Farmers News : राज्य सरकार द्वारा किसानों को बड़ी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इसके तहत किसानों को अपनी फसल बेचने में सुविधा होगी। फ़िलहाल इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में कुछ मंडियों में लागू किया गया है। व्यवस्था सफल रहने के बाद व्यापक स्तर पर इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा। हालांकि इस सुविधा को अपनाने के लिए किसानों को एमपी फार्म गेट एप इंस्टॉल करना अनिवार्य होगा।
ऑनलाइन उपज बेचने की नई व्यवस्था लागू करने के साथ ही अब तक कई किसानों द्वारा खेत और खलिहान से ही अपनी सवा दो करोड़ रुपए की उपज को बेचा गया है। इसके लिए सबसे पहले एमपी फार्म गेट ऐप इंस्टॉल करें उसके बाद किसान अपना पंजीयन दर्ज करें।
इस तरह पूरी होगी प्रक्रिया
फसल बेचने के समय किसान द्वारा मंडी फसल किस मात्रा और अपनी उपज बेचने के लिए तय किए गए दाम की जानकारी इस ऐप में दर्ज करें। किसानों द्वारा यह जानकारी देश करने के साथ ही पंजीयन पोर्टल पर यह सब जानकारी उपलब्ध करा दी जाएगी और इसकी पूरी जानकारी मंडियों के पंजीकृत व्यापारी भी देख सकेंगे।
व्यापारी द्वारा उपज और फसल के दाम के बीच अपने दाम तय किए जाएंगे। व्यापारी द्वारा दर्ज भाव से किसान यदि संतुष्ट होता है तो ऐप के जरिए ही सहमति प्रदान होगी। जिसके बाद व्यापारी तय किए गए स्थान पर पहुंचकर उपज की तौल के काम को पूरा कर सकेंगे।
इस तरह होगा भुगतान
हालांकि अभी चुनिंदा मंडियों में इसे लागू किया गया है। इस मामले में मंडी सचिव बगवैया का कहना है कि उपज तौल के बाद ऑनलाइन सौदा पत्र के भुगतान पत्र जारी किया जाएगा और नियम के तहत ही नगद और बैंक खाते में राशि का भुगतान किया जाएगा।
व्यवस्था से लाभ
इस सुविधा से किसानों को मंडी आने जाने की परेशानी, किराया भाड़ा सहित अन्य परेशानियों से बचाया जा सकेगा। वहीं दूसरी तरफ किसानों के विक्री और खरीदी सौदा भी ऑनलाइन दर्ज रहेंगे।
कार्यशाला का आयोजन
शासन द्वारा की गई नई व्यवस्था की जानकारी किसानों को देने के लिए आज दोपहर 12:30 बजे मंडी के कार्यालय में कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। जिसमें किसानों को ऑनलाइन अपनी फसल बेचने की तकनीक की जानकारी दी जाएगी। किसान इस कार्यशाला से जुड़कर इस सुविधा के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।