भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। स्कूल में शिक्षकों के स्थानांतरण (MP Transfer) की प्रक्रिया शुरू हो गई है। शिक्षक द्वारा आवेदन (MP Teachers Transfer) करने की तिथि 30 सितंबर से शुरू की गई है। वहीं शिक्षा पोर्टल को खोल दिया गया है। 7 अक्टूबर तक शिक्षक आवेदन करने की पात्रता रखेंगे। दिन पोर्ट्सल बंद होने से शिक्षकों को आवेदन करने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा था। इस बार प्रदेश के 19 जिलों में शिक्षा का स्थानांतरण के लिए आवेदन करने में असक्षम रहेंगे।
दरअसल कई जिलों को portal पर ब्लॉक कर दिया गया है। इन जिलों में शिक्षकों द्वारा ट्रांसफर के लिए आवेदन नहीं किया जा सकेगा। बता दे कई जिलों में अतिशेष शिक्षकों की संख्या होने की वजह से आवेदन को लॉक किया गया है। हालांकि इन जिलों के शिक्षक दूसरे जिले में स्थानांतरण लेकर जाने की वैधता रखेंगे।
जिन 19 जिलों को लॉक किया गया, उसने केवल प्राइमरी शिक्षकों को ही आवेदन नहीं करने की पात्रता होगी। हालांकि माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा किसी भी जिले में स्थानांतरण के लिए आवेदन करने की पात्रता रखेंगे। 2 दिन में ही पोर्टल पर 3800 से अधिक आवेदन देखने को मिले हैं।
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मामले में लोक शिक्षण संचालनालय के संचालक केके द्विवेदी का कहना है कि हर जिले में अतिशेष प्राइमरी शिक्षकों की संख्या है। 19 जिलों को लॉक किया गया है ताकि उन जिलों के लिए कोई आवेदन न किया जा सके। इससे पूर्व 3 साल पहले स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा ऑनलाइन ट्रांसफर प्रक्रिया को अपनाया गया था। जिसमें ग्रामीण क्षेत्र से शहरी क्षेत्रों में भी शिक्षक स्कूल में स्थानांतरण लेकर पहुंचे थे।
ऐसे में कई स्कूलों में अतिशेष शिक्षकों की संख्या बढ़ गई थी। जिन जिलों में शिक्षकों की अतिशेष संख्या देखने को मिली है। उसमें भोपाल, इंदौर के अलावा ग्वालियर , आगर मालवा , बुरहानपुर , बैतूल , बालाघाट , छिंदवाड़ा , धार , खरगोन , नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, नीमच, राजगढ़, रतलाम, सीहोर, सिवनी , शाजापुर और रीवा शामिल है। इन क्षेत्रों में शिक्षक स्थानांतरण के लिए आवेदन नहीं कर सकेंगे।
रीवा में अतिशेष शिक्षकों की संख्या 1058 है जबकि इंदौर में 1053 , सतना 960 , छिंदवाड़ा 638 , बालाघाट 638 , राजगढ़ 628 , भोपाल 614 , सिवनी 497 , ग्वालियर में 490, जबलपुर में 482 शिक्षक होने की वजह से इन क्षेत्रों में ट्रांसफर नहीं लिया जा सकेगा।
वहीं शिक्षक ट्रांसफर पॉलिसी के तहत ट्रांसफर में उन शिक्षकों को पहले प्राथमिकता दी जाएगी। जिनके स्कूल का 100% परिणाम आया हो, ऐसे स्कूल के शिक्षकों को मनपसंद स्कूल में पद स्थापित किया जाएगा। साथ ही राष्ट्रपति और राज्य स्तरीय पुरस्कार प्राप्त शिक्षकों को भी स्थानांतरण में पहला मौका दिया जाएगा।