Bhopal- Mandi Strike : मंडी फीस कम करने की मांग को लेकर व्यापारी सोमवार से हड़ताल पर जा रहे है, व्यापारियों की मांग है कि सरकार मंडी शुल्क 1.5% ले रही है, जिसे 1% करने की मांग लंबे समय से कर रहे हैं। दूसरी ओर, निराश्रित शुल्क भी समाप्त किया जाए, इनके समेत 11 मांगें हैं, सरकार से लंबे समय से मांग कर रहे व्यापरियों ने अब मंडी बंद करने का फैसला लिया है, सोमवार से वह अनाज की खरीदी बंद कर देंगे। पूरे प्रदेश में भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर समेत प्रदेश की कुल 230 अनाज मंडियां 4 सितंबर से अनिश्चितकालीन बंद हो जाएंगी। नाराज व्यापारियों ने फैसला लिया है कि वह अनाज की खरीदी नहीं करेंगे।इनकी संख्या प्रदेशभर में करीब 25 हजारहै, मंडी फीस डेढ़ की बजाय 1% करने, निराश्रित शुल्क खत्म करने समेत कुल 11 मांगों को लेकर व्यापारी यह बंद रखेंगे। व्यापरियों के साथ ही इनसे जुड़े हम्माल-तुलावटी भी काम नहीं कर पाएंगे।
यह है मांग
मंडी समितियों में पूर्व से आवंटित भूमि या संरचनाओं पर भूमि एवं संवरचना आवंटन नियम-2009 लागू नहीं किया जाए। कलेक्टर गाइडलाइन से लीज दरों का निर्धारण नहीं रखकर नामिनल दरें रखी जाए। मंडी फीस दर एक प्रतिशत की जाए। निराश्रित शुल्क समाप्त किया जाए। लाइसेंस प्रतिभूति की अनिवार्यता हटाई जाए। वाणिज्य संव्यवहार की पृथक अनुज्ञप्ति व्यवस्था एवं निर्धारण फीस रुपए 25 हजार रुपए की वृद्धि समाप्त कर पूर्व फीस 5 हजार रुपए बहाल की जाए। लेखा सत्यापन/पुन: लेखा सत्यापन की कार्रवाई खत्म की जाए। कृषक समिति प्रतिभूति बढ़ाने के दवाब पर रोक लगाई जाए। धारा 23 के अंतर्गत गाड़ियों को रोकने की शक्ति प्रावधान की परिधि के बाहर जाकर मंडी बोर्ड कार्यालय स्तर से गठित किए जाने वाले जांच दलों पर रोक लगाई जाए।