भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने एक बार फिर दिग्विजय सिंह पर निशाना साधा है। उन्होने कहा है कि दिग्विजय सिंह को हमेशा राम, राष्ट्र और राष्ट्रध्वज से तकलीफ होती है। ये बात उन्होने उस बयान पर कही है जिसमें दिग्विजय सिंह ने आरएसएस को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा था कि आरएसएस ने कभी लोकतंत्र और नागरिकों के अधिकारों में विश्वास नहीं किया और 1949-50 के समाचार पत्रों से जानकारी मिलती है कि उन्होंने संविधान और राष्ट्रीय ध्वज “तिरंगा” की प्रतियां भी जला दी थी।
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इसे लेकर गृहमंत्री ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होने कहा कि ‘दिग्विजय सिंह को राम राज्य और राष्ट्र ध्वज से पता नहीं क्यों तकलीफ होती है। तिरंगा इस राष्ट्र के स्वाभिमान और सम्मान का प्रतीक है। हमने देखा कि यूक्रेन युद्ध के समय तिरंगे की सरपरस्ती में विश्व के लोग निकले और किसी की हिम्मत नहीं थी कि तिरंगे पर आंख उठाने की। अब प्रधानमंत्री मोदी ने आह्वान किया है कि तिरंगा फहराए तो उन्हें जाने क्या तकलीफ है। मैं आग्रह करूंगा कि 15 अगस्त को राघौगढ़ के किले पर और पूरे राघौगढ़ में तिरंगा फहराना चाहिए।’
इसी तरह उन्होने कांग्रेस द्वारा सरकार में आने पर क्या करेंगे वाली बात पर भी तंज किया। नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस का यह काल्पनिक प्रश्न है कि सरकार में आते हैं तो ? ये खंबे पर आकाश टिका है, इसी तरह की कल्पना है कि यदि वे सरकार में आए तो ऐसा करेंगे। वहीं खंडवा मामले पर उन्होने कहा कि छात्र असीम जायसवाल वर्तमान में खंडवा में रह रहे हैं। असीम ने बताया है कि नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट डालने के बाद उन्हें 25 जुलाई को फोन आया, 26 जुलाई को व्हाट्सएप पर मैसेज आया 27 जुलाई को शिकायत की गई है। असीम को राउंड अप सुरक्षा व्यवस्था करा दी गई है और कॉल डिटेल की जांच की जा रही है।