भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। रणबीर और आलिया के बिना दर्शन किये महाकाल मदिर से लौटने के विवाद पर नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा है कि ऐसा उन्होंने अपनी मर्जी से किया है। उन्होंने कहा कि मंदिर में यदि सुरक्षा के इंतजाम नहीं होते तो अयान मुखर्जी व अन्य कलाकार क्यों दर्शन करने जाते?
ब्रह्मास्त्र फिल्म की रिलीज से पहले और अपने होने वाले बच्चे के लिए आशीर्वाद लेने महाकाल मंदिर दर्शनों के लिए उज्जैन पहुंचे रणबीर कपूर और आलिया भट्ट बिना दर्शन किये ही वापस लौट गए (Ranbir Kapoor and Alia Bhatt return from Mahakal temple without visiting)। रणबीर कपूर के बीफ खाने वाले बयान से नाराज हिन्दू संगठनों ने उनका मंदिर प्रवेश पर विरोध किया। चर्चित जोड़ी के बिना दर्शन किये लौटने पर कांग्रेस ने भी शिवराज सरकार को घेरा।
प्रदेश के गृह मंत्री और सरकार के प्रवक्ता डॉ नरोत्तम मिश्रा ने आज अपनी नियमित प्रेस ब्रीफिंग में पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि डर जैसी कोई बात नहीं थी , ना सुरक्षा में कोई कमी थी। यदि ऐसा होता तो फिल्म के डायरेक्टर अयान मुखर्जी व अन्य कलाकार दर्शन करने क्यों जाते?
गृह मंत्री ने कहा दोनों अपनी मर्जी से महाकाल के दर्शन करने नहीं गए, उन्होंने कहा कि प्रदर्शन होना और रणबीर आलिया का महाकाल के दर्शन नहीं करना दोनों अलग अलग बातें है। मैंने प्रशासन से बात की तो उन्होंने बताया कि रणबीर कपूर और आलिया भट्ट दोनों से दर्शनों का अनुरोध किया गया था लेकिन वो प्रदर्शन को देखते हुए दर्शन करने नहीं गए।
नरोत्तम मिश्रा ने ये भी कहा कि किसी को भी ऐसा कुछ नहीं बोलना चाहिए जिससे किसी की धार्मिक भावनाएं आहत हों। गृह मंत्री ने कहा कि इस सबके बावजूद भी इस घटना की जिला प्रशासन से विस्तृत रिपोर्ट मंगाई गई है। रिपोर्ट आने पर पूरा मामला और स्पष्ट हो सकेगा।
About Author
Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....