भोपाल। 15 सालों बाद प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी है। कांग्रेस के सत्ता में आते ही मध्यप्रदेश में बुंदेलखंड के बाद अब भील प्रदेश बनाने की मांग उठने लगी है। कांग्रेस विधायक और आदिवासी नेता हीरालाल अलावा ने यह मुद्दा उठाया है। उन्होंने ट्वीटर के माध्यम से भील प्रदेश बनाने की मांग की है।उन्होंने प्रदेशवासियों इसके लिए आवाज बुलंद करने की बात कही है।अलावा ने यह मांग उठाकर राजनीति को नई दिशा दे दी है। उनके इस ट्वीट से राजनीति में हलचल मच गई है।
दरअसल, अलावा ने ट्वीट कर लिखा है कि ”मध्यभारत के युवाओ मिलकर भील प्रदेश की मांग को बुलंद करना चाहिए क्योँकि भील प्रदेश अब समय की मांग है अभी नही तो फिर कभी नही” बता दें कि इससे पहले बुंदेलखंड को अलग राज्य बनाने की मांग उठ चुकी है, अब लोकसभा चुनाव से पहले अलग आदिवासी राज्य बनाये जाने की मांग ने सियासी गलियारों में हलचल बढ़ा दी है|
इस बार विधानसभा चुनाव में अलावा ने शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री रही रंजना बघेल को भारी मतों से शिकस्त दी थी।लेकिन कमलनाथ मंत्रिमंडल में जगह ना मिलने से वे पार्टी से नाराज हो गए थे। उन्होंने ट्वीट कर कांग्रेस को चेतावनी भी दी थी कि जयस ने मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने में बड़ी भूमिका निभाई है। वादे के मुताबिक जयस की भागीदारी सरकार में होनी चाहिए। जयस को अनदेखा करना कांग्रेस बड़ी भूल होगी। हीरालाल अलावा का ये ट्वीट ऐसे समय आया है, जब कांग्रेस के तमाम बड़े नेता कमलनाथ के मंत्रीमंडल में जगह बनाने के लिए लॉबिंग कर रहे थे।अब चुंकी एक बार फिर मंत्रिमंडल की अटकलें तेज हो गई है ,ऐसे में अलावा ने फिर ट्वीट कर राजनीति में खलबली मचा दी है। अब सोशल मीडिया पर उनकी यह मांग कांग्रेस पर भारी पड़ सकती है।
कौन है हीरालाल अलावा
हीरालाल अलावा पेशे से डॉक्टर हैं और पिछले दो सालों से आदिवासियों के लिए जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं। आदिवासी परिवार में जन्में हीरालाल ने एम्स से डॉक्टरी की पढ़ाई पढ़ी। इसके बाद वो 2012 से 2015 तक एम्स में बतौर सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर कार्ररत रहे। इसके बाद 2015 से 2016 तक वो एम्स में असिस्टेंट प्रोफेसर रहे। इसके बाद उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ प्रदेश में आदिवासियों के लिए काम करना शुरू किया।तब से लेकर अब तक वे लगातार इस काम में बने हुए है।