भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। कुछ अधिकारी अपनी कार्यशैली से मिसाल कायम कर देते है, जनता उन्हे उनके पद नहीं बल्कि कामों से याद रखती है, ऐसे ही एक अफसर है आईपीएस संजीव कुमार सिंह, मध्यप्रदेश कैडर के 1987 बैच के आईपीएस अफसर संजीव कुमार सिंह अब भले ही हमारे बीच नहीं रहे, लेकिन उनके कामों ने ऐसी छाप छोड़ी की लोग उन्हे आज भी उन्हे याद कर भावुक हो जाते है, ऐसा ही उदाहरण भोपाल में सामने आया है, जब भोपाल के नेवरी में रिटायर पुलिस कर्मियों के बनी कालोनी का नाम आईपीएस संजीव कुमार सिंह के नाम पर करने का प्रस्ताव यहाँ रहने वाले लोगों ने प्रशासन के सामने रखा, रविवार को इस प्रस्ताव को असल जामा पहनाते हुए लोगों ने कालोनी का नाम आईपीएस संजीव कुमार सिंह के नाम पर तो रखा साथ ही कालोनी में उनकी प्रतिमा भी लगाई, उनकी पत्नी ने इस प्रतिमा का अनावरण किया, दरअसल एसपी भोपाल रहने के दौरान पुलिस अधिकारी संजीव सिंह ने तत्कालीन अधिकारियों के साथ मिलकर रिटायर पुलिस कर्मियों के लिए कम दाम में नेवरी में प्लॉट उपलब्ध करवाए थे, जिसके बाद यहाँ रिटायर पुलिस और सेना के कर्मियों ने भूखंड खरीदकर अपने आशियाने बनाए।
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आईपीएस संजीव कुमार सिंह ने भोपाल एसपी के रूप ऐसी छाप छोड़ी थी जिसके कारण आज भी लोग उन्हें याद करते हैं। उनका IG भोपाल रेंज का कार्यकाल भी बहुत ही शानदार रहा। लंबे समय तक इंटेलिजेंस में कार्य करने के बाद NIA दिल्ली में लंबे समय तक काम किया।
वर्ष 2020 में डेंगू की चपेट में आने से उन्हें वेदांता अस्पताल में एडमिट होना पड़ा था। कमजोरी के कारण वे बाथरूम में गिर पड़े। जिस कारण उन्हें ब्रेनहेमरेज हो गया था। जिसकी सर्जरी सफलता पूर्वक हो गई थी। लेकिन प्लेटलेट्स व बीपी कम होने कारण उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ने लगी। उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था, लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद उन्हे बचाया नहीं जा सका था।
गौरतलब है कि आईपीएस संजीव कुमार सिंह उस वक़्त भी सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चैलेंज स्वीकार करते हुए अपने वीडियो जारी की थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिटनेस चैलेंज दिया था। इसके बाद संजीव कुमार ने भी 58 प्लस होने के बावजूद कसरत करते हुए वीडियो बनाया था। यह वीडियो देख युवा वर्ग भी हैरान हो गया था। सोशल मीडिया पर लोगों ने भी इस IPS अफसर की जमकर तारीफ की थी। आज यह अफसर इस दुनिया में नहीं है, लेकिन इनके काम और व्यवहार को लोग याद कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिटनेस चैलेंज को संजीव कुमार सिंह ने 14 जून 2018 को एक के बाद एक तीन वीडियो जारी किए थे। उसके साथ उन्होंने कहा था कि मेरे लिए इन वीडियो को ट्वीट करने का मुख्य कारण युवा अधिकारियों और भारतीयों को फिट होने के लिए प्रेरित करना है। मैं 58 प्लस हूं और अगर मैं यह कर सकता हूं, तो आप भी कर सकते हैं। अपने आप पर संदेह न करते हुए इस ओर पहला कदम उठाएं। संजीव कुमार सिंह की यह बातें आज भी युवा अफसरों को प्रेरणा दे रही है।