Bhopal News : राजधानी भोपाल के विधानसभा परिसर में आज पंडित कुंजीलाल दुबे राष्ट्रीय संसदीय विद्यापीठ पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। जिसकी शुरूआत दीप प्रज्ज्वलन कर की गई। बता दें कि इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर, नगरीय विकास एवं आवास व संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय सहित गणमान्य जनप्रतिनिधि एवं नागरिक उपस्थित रहे।
सेमिनार का भी कराया जाता है आयोजन- डॉ. प्रतिमा
संचालिका डॉ. प्रतिमा यादव ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पूरे मध्य प्रदेश के विद्यालय और महाविद्यालय में युवा संसद मंचन का आयोजन किया जाता है। वहीं, भोपाल में भी प्रतियोगिता के तौर पर इसका आयोजन किया जाता है। इसमें जीतने वाले प्रतियोगी को सम्मानित भी किया जाता है। इसके अलावा, चयनित प्रतिभागियों को दिल्ली ले जाकर लोकसभा और राज्यसभा का भ्रमण कराया जाता है। वहीं, सेमिनार का भी आयोजन कराया जाता है, जिसमें पूरे भारत के लोग शामिल होते हैं।
आगे उन्होंने बताया कि विद्यापीठ 1998 से कार्यरत है। यह मध्य प्रदेश की एकलौती ऐसी संस्था है जोकि संसदीय विषयों के प्रचार-प्रसार में संलग्न है। वहींं, विधानसभा परिसर में 2.08 एकड़ जमीन मिल चुकी है और यहां भवन निर्माण हेतु परिकल्पना भी तैयार हो चुकी है। कार्यक्रम के अंत में युवा संसद मंचन के विजेताओं को पुरस्कार दिए गए।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज विधानसभा परिसर भोपाल में आयोजित पंडित कुंजीलाल दुबे राष्ट्रीय संसदीय विद्यापीठ पुरस्कार वितरण समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन कर किया।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष श्री @nstomar, नगरीय विकास एवं आवास व संसदीय कार्य मंत्री श्री @KailashOnline सहित… pic.twitter.com/wsMghsDPBe
— Jansampark MP (@JansamparkMP) July 23, 2024
मंत्रियों ने कही ये बात
इस दौरान नगरीय विकास एवं आवास व संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मध्य प्रदेश की प्रगति तेजी से हो रही है, जिसका जिक्र केंद्र सरकार ने भी किया है। वहीं, इस कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों में को अभी से ही संसदीय प्रणाली क्या है, संसदीय प्रक्रिया क्या है, सांसद क्या है, इसके काम क्या है इसकी जानकारी मिल रही है। साथ ही बच्चे इसका पात्र बनाकर संसद की भूमिका निभा रहे है।
वहीं, विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा देश दुनिया का बड़ा लोकतंत्र है जोकि हमारे रगों में बसा हुआ है। जो हमारी जो नई पीढ़ी है, उसको संसदीय ज्ञान, परंपराओं की जानकारी मिल रही है। उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धा भी युवाओं के लिए एक माध्यम है। साल 2047 तक हर क्षेत्र, पर्यटन की दृष्टि से राज्य आगे बढ़ेगा। साथ ही शैक्षणिक स्तर में भी सुधार होगी। इस दौरान उन्होंने नई शिक्षा नीति की भी चर्चा की। जिसे सबसे पहले सीएम यादव के नेतृत्व में सबसे पहले लागू करने वाला पहला राज्य बना।