भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में कोरोना संक्रमण (Covid 19) का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। जिसको देखते हुए सरकार ने वैक्सीनेशन (Vaccination) प्रक्रिया में तेजी लाने की कोशिशें तेज कर दी है. वैक्सीनेशन के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए अब पटवारियों तक की ड्यूटी लगा दी गई है. वहीं मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी राजस्व अधिकारियों को दी गई है. हालांकि कोरोना की गति के साथ ही वैक्सीनेशन कराने वालों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है. गुरुवार को प्रदेश भर में 3.79 लाख लोगों ने कोरोना वैक्सीन का डोज लगवाया. राजधानी में एक दिन में 23 हजार लोगों ने वैक्सीन लगवाई.
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वैक्सीनेशन (Vaccination) की रफ्तार बढ़ाने के लिए राज्य सरकार तमाम कोशिशें कर रही है. लोगों के दिलो-दिमाग से वैक्सीन को लेकर आशंकाएं दूर करने के लिए नेताओं का वैक्सीनेशन कराया गया. साथ ही धर्म गुरुओं को भी कोरोना का टीका लगवाया गया. अब लोगों को वैक्सीनेशन सेंटर तक लाने के लिए राज्य सरकार ने पटवारियों तक की ड्यूटी इसमें लगा दी है.
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पटवारियों को लोगों को वैक्सीन सेंटर (Vaccine Centre) तक लाने के लिए टारगेट दिए जा रहे हैं. उधर वैक्सीनेशन Vaccination) की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी एसडीएम और तहसीलदारों को दी गई है. पटवारी कहते है कि बेमौसम बारिश से फसलों को हुए नुकसान का सर्वे पूरा हुआ कि अब कोरोना टीकाकरण के काम में लगा दिया गया है. वहीं ऑफिस के कामों को भी देखना पड़ रहा है.
उधर पटवारियों की ड्यूटी लगाए जाने को लेकर कांग्रेस ने प्रदेश सरकार को निशाने पर लिया है. प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा के मुताबिक, सरकार को वैक्सीनेशन के लिए एस्मा तक लगाना पड़ रहा है. इससे साफ है कि प्रशासन में बैठे अधिकारी ठीक से काम नहीं कर रहे है, लेकिन सरकार को विचार करना होगा कि आखिर एस्मा लगाने की नौबत क्यों आ रही है ? सरकार को कर्मचारियों की समस्याओं पर भी विचार करना चाहिए।