भोपाल। ईटखेड़ी थाना इलाका स्थित अचारपुरा जोड़ पर इंडिका कार से आए शिकारियों ने पांच मोर का शिकार कर लिया। आरोपी तीन घंटे तक जंगलो में वन अमले की नाक के नीचे शिकार करते रहे। फारेस्ट टीम को इसकी भनक तक नहीं लगी। वहीं पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर जंगल से निकलते ही आरोपियों को कार सहित दबोच लिया। आरोपियों की कार से पांच मोर के शव बरामद किए गए हैं। गौरतलब है कि चुनावी सख्ती खत्म होते ही शिकारी सक्रीय हो गए हैं। भोपाल व आस पास के जंगलो राजधानी के शिकारियों की टोलियां हर रोज शिकार खेल रही हैं। वहीं फारेस्ट अमला इससे अजाम बना हुआ है।
पुलिस के अनुसार शनिवार शाम मुखबिर से सूचना मिली थी कि अचारपुरा जोड़ के पास एक संदिग्ध इंडिका कार घूम रही है। उसमें सवार तीन चार लोग संभवत: शिकार की नियत से घूम रहे हैं। उनके पास बंदूक भी देखी गई है। सूचना के बाद हरकत में आई पुलिस ने घेराबंदी करते हुए कार को रोक लिया था। इस दौरान पुलिस को देखकर बदमाशों ने भागने का प्रयास किया था। हालांकि पुलिस ने तीन आरोपियों में आगा अरहम, मिर्जा अहमद बेग और तालिब नूर को दबोच लिया था। पुलिस का कहना है कि एक अन्य आरोपी सबी सिद्धिकी अंधेरे में भागने में सफ ल हो गई। उसकी तलाश की जा रही है। कार की तलाशी लेने पर उसमें पांच मोर मरे हुए नजर आए हैं, जिनके शरीर पर गोली लगने के निशान है। पुलिस ने मोरों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि आगे की कार्रवाई के लिए किशकारियों को फारेस्ट टीम को सौंप दिया गया है। इधर, नाम न छापने की शर्त पर शहर में सक्रीय कुछ शिकारियों के करीबियों ने बताया कि बालमपुर घांटी, समर्धा व रायसेन के जंगलो में फारेस्ट अधिकारी कर्मचारियों की सांठ-गांठ से शिकार किया जा रहा है। शिकार के मांस को भोपाल के कुछ चुनिंदा होटलों में खपाया जा रहा है।