भोपाल| चित्रकूट में पांच वर्षीय दो जुड़वा भाइयों की अपहरण के बाद हत्या के मामले पर सरकार घिर गई है| पुलिस विभाग पर सवाल उठ रहे हैं| इस बीच सीएम कमलनाथ की तारीफ करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने कांग्रेस सरकार पर हमला बोला है| उन्होंने इस घटना को सरकार के लिए कलंक बताया है| उन्होंने मामले में पुलिस को लापरवाह बताया है| उन्होंने कहा कि पुलिस 12 दिनों के बाद भी आरोपी तक नहीं पहुंच पाई, पुलिस की तरफ से इस मामले में लापरवाही बरती गई| यह बेहद जघन्य घटना है.यह घटना पुलिस और सरकार को कलंकित करने वाली है| गौर ने कहा पुलिस का इंटेलिंजेस नाकाम साबित हुआ है. 12 दिनों तक षड्यंत्र पूर्वक बच्चे कब्ज़े में रहे| हत्यारों के पास पैसे पहुंचाये गए, इस बीच पुलिस ने कुछ नहीं किया|
गौरतलब है कि 12 फरवरी को चित्रकूट स्थित सदगुरु पब्लिक स्कूल परिसर से अपह्रत तेल कारोबारी ब्रजेश रावत के जुड़वां बेटों श्रेयांश और प्रियांश की अपहरणकर्ताओं ने 20 लाख रुपये फिरौती लेकर भी निर्मम हत्या कर दी| अपहरणकर्ताओं ने बच्चों को यमुना नदी में जिंदा फेंक दिया। पुलिस ने शनिवार देर रात एक बजे प्रियांश और श्रेयांश (5) के जंजीर से बंधे शव उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के बबेरू के पास नदी से बरामद किए। मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें से पांच महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के छात्र हैं। एक आरोपित शिक्षक है, जो रावत परिवार के पड़ोस में ट्यूशन पढ़ाता है। अपहरणकर्ताओं ने ब्रजेश रावत से फिरौती के 20 लाख रुपए भी लिए थे, लेकिन पहचाने जाने के डर से बच्चों की हत्या कर दी।
अप���रण और फिर हत्या की वारदात पर सियासत भी तेज हो गई है| अपहरणकर्ताओं की गाड़ी में बीजेपी के झंडे की वजह से नेताओं के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है| मुख्यमंत्री कमलनाथ ने साफ तौर पर कहा है कि इस वारदात में विपक्ष के लोग शामिल हैं तो पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी पलटवार किया है। शिवराज का कहना है कि घटना को किसी और दिशा में मोड़ दिया जा रहा है, ताकि भ्रम बना रहे। रविवार को इस घटना के विरोध में चित्रकूट में सैकड़ों लोगों ने सद्गुरु सेवा ट्रस्ट में तोड़फोड़ की थी और वहां धारा 144 लागू है। वही सोमवार को सुबह 10 बजे चित्रकूट में दो जुड़वा भाईयों के अपहरण और फिर हत्या करने के विरोध में मौन जुलूस निकालकर श्रद्धांजलि दी गई। इसमें बड़ी संख्या में स्कूली छात्र, आम नागरिक, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और भाजपा सांसद गणेश सिंह समेत तमाम नेता शामिल हुए। इसके साथ ही सतना बंद का ऐलान किया गया है।