भोपाल। मध्य प्रदेश में लंबे समय से कांग्रेस नेता राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर इंतज़ार में हैं। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गाँधी ने इस संबंध में एक समिति का भी गठन किया है। माना जा रहा दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश में राजनीतिक नियुक्तियों का इंतज़ार कर रहे हैं कांग्रेस नेताओं के अच्छे दिन आ सकते हैं।
दरअसल, राहुल गांधी ने समन्वय समिति का गठन किया है। यह समिति कांग्रेस नेताओं के नाम की लिस्ट तैयार करेगी। जिसपर अंतिम निर्णय राहुल गाँधी लेंगे। समिति दिल्ली विस चुनाव के बाद नामों का पैनल पर विचार करेगी। प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया को इस समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। उनके अलावा प्रदेश मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, अरुण यादव, जीतू पटवारी और मीनाक्षी नटराजन शामिल हैं।
निगम-मंडलों में होने वाली राजनीतिक नियुक्तियों के लिए समिति कांग्रेस नेताओं के नाम का पैनल तैयार करेगी। कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने हाईकमांड को उनके उपेक्षा होने की शिकायत की थी। जिसके बाद हाईकामन हरकत में आए और उन्होंने समिति को खास तौर से निर्देश दिए हैं कि वह कार्यकर्ताओं की उपेक्षा न करें। सूत्रों के मुताबिक समिति के अध्यक्ष दीपक बाबरिया सीधे तौर पर राहुल गांधी को रिपोर्ट देंगे। राज्य सरकार द्वारा लिए जा रहे राजनीतिक फैसलों की समीक्षा भी यह समिति करेगी। सूत्रों के मुातबिक राहुल गांधी ने समिति के सदस्यों से हर दो महीने में एक बार मिलने का फैसला किया है। इन समितियों में ज्यादातर नेता राहुल गांधी के करीबी माने जाते हैं। कांग्रेस सरकार बनने के बाद राहुल ने राज्य सरकारों के कामकाज में दखल नहीं दिया है।