भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (MP) में बढ़ते कोरोना (Coronavirus) के बीच आयुष (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री रामकिशोर कावरे (Ramkishore Kavre) का बड़ा बयान सामने आया है। रामकिशोर कावरे ने कहा कि औषधि निर्माणकर्ता फर्मों की जिम्मेदारी है कि वे हर महिने की जानकारी दें।MP के ड्रग इंस्पेक्टर (Drug inspector) को अधिकार दिये जायें ताकि 2 साल से जानकारी नहीं देने वाली फर्मों को उनके द्वारा नोटिस (Notice) दिया जाये। हर तीन माह में प्रतिवेदन आवश्यक रूप से प्रस्तुत किया जाये।
New Education Policy: स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार का शिक्षकों को लेकर बड़ा बयान
दरअसल,आज मंत्रालय में आयुष विभाग (AYUSH DEPARTMENT) की गतिविधियों की समीक्षा कर रहे रामकिशोर कावरे ने कहा है कि आयुष विभाग की ओर से MP में कोरोना की रोकथाम के लिये जन-जागरण अभियान शुरू किया जाये। इसमें विभागीय अमला लोगों को जागरूक करे और आयुष पद्धति के उपयोग को समझाये। कार्यालय औषधि नियंत्रक को अलग से व्यवस्थित करने की जरूरत है, उसे नया स्वरूप दिया जाये।
राज्य मंत्री ने निर्देश दिये कि जो लायसेंसधारी मानक के मापदण्ड में नहीं आते हैं, उन पर कार्यवाही की जाये। अगले 15 दिन मे व्यवस्थाएँ दुरूस्त करें। वे स्वयं पुन: इसकी समीक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर की जिला आयुष अधिकारी अगले 15 दिन में निरीक्षण कर प्रतिवेदन के साथ फोटो भेजें।
उन्होंने सेन्टर पर डॉक्टर (Doctor) और योग टीचर्स (Teacher) की व्यवस्था पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि योग (Yoga) करने के लिये भी लोगों को जागरूक किया जाये। कोरोना को बढ़ने से रोकने में योग सहायक सिद्ध होगा। खासतौर पर 50 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति और बीमारों को इससे जोड़ा जाये। कोरोना की रोकथाम के लिये महाविद्यालय (College) और आयुष ग्राम में भी जागरूकता लाई जाये।