गणतंत्र दिवस की परेड से एमपी की झांकियां बाहर, कांग्रेस ने जताई आपत्ति

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भोपाल/नई दिल्ली।

भारत की राजधानी दिल्ली में70वें गणतंत्र दिवस को लेकर तैयारियां जोरों पर चल रही है। इस साल कुल 22 झांकियां शामिल होंगी। इनमें 16 झांकियां राज्यों की जबकि छह विभिन्न सरकारी मंत्रालयों और विभागों की होंगी। हैरानी की बात ये है कि जिन राज्यों में हाल ही में विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस की सरकार बनी है वहां की झांकियों को शामिल ही नही किया गया है-जैसे मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़।इसको लेकर मध्यप्रदेश सरकार ने आपत्ति जताई है और इस पूरे मामले की जांच करवाने की बात कही है।

हर साल 26  जनवरी गणतंत्र दिवस के मौके पर हर राज्यों की झांकियां लगाई जाती है।इन झांकियों के माध्यम से हर राज्य के विकास और गौरव को दिखाखा जाता है। लेकिन इस बार केवल 22 झांकियों को ही इसमें शामिल किया गया है,जिसमें 16 झांकियां राज्यों( जम्मू-कश्मीर, गुजरात, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, पंजाब, अरुणाचल प्रदेश और गोवा) की है और बाकी छह विभिन्न सरकारी मंत्रालयों और विभागों की। हैरानी की बात ये है कि इनमें मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ की झांकियों को शामिल नही किया गया है जिनमें हाल ही में कांग्रेस की सरकार बनी है।जिसको लेकर एमपी सरकार ने आपत्ति जताई है। गृहमंत्री बाला बच्चन ने यह दुर्भाग्य पूर्ण है, इसकी जानकारी सीएम कमलनाथ को भी दी जाएगी। वही इस बात की भी जांच करवाई जाएगी कि आखिर मध्यप्रदेश को इसमें शामिल क्यों नही किया गया, जबकी मध्यप्रदेश सालों से परेड में अपनी झांकिया दिखाता आया है।

दरअसल, गणतंत्र दिवस की राजपथ पर होने वाली परेड के लिए मध्यप्रदेश की तरफ से जो आईडिया भेजा गया था, जिसे सिलेक्शन कमिटी ने खारिज कर दिया है।  मध्यप्रदेश की तरफ से महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर झांकी का आईडिया और एक छोटा डेमो बनाकर भेजा गया था। इसी तरह छत्तीसगढ़ और राजस्थान की झांकियों के आइडिया को भी निरस्त कर दिया गया है इसकी वजह से मध्यप्रदेश सहित इन तीनों राज्यों की झांकियां इस बार राजपथ पर होने वाली परेड में दिखाई नहीं देंगे।

खबर है कि सभी झांकियों का चयन रक्षा मंत्रालय द्वारा गठित 10 सदस्यीय विशेषज्ञ समिति द्वारा किया गया है। इस साल सभी झांकियों की थीम एक ही रहेगी- राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती। इसी के चलते केवल उन राज्यों को शामिल किया गया है जहां गांधी जी की भूमिका रही। गणतंत्र दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा प्रमुख अतिथि होंगे।

इस साल गणतंत्र दिवस पर करीब 90 मिनट की परेड होगी। गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंडिया गेट स्थित अमर जवान ज्योति पर शहीदों को पुष्पचक्र चढ़ाकर करेंगे और फिर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। इसके बाद सामूहिक  राष्ट्रगान गाया जाएगा और 21 तोपों की सलामी दी जाएगी।

इन राज्यों को किया बाहर

हरियाणा

हिमाचल प्रदेश

बिहार

झारखंड

मध्यप्रदेश

छत्तीसगढ़

राजस्थान इत्यादि राज्यों की झांकी अबकी बार परेड में शामिल नहीं होगी। 

इन राज्यों की झांकियां होंगी शामिल

अंडमान एवं निकोबार (सेलूलर जेल में कैदियों के साथ गांधी जी की भूमिका)

अरुणाचल प्रदेश (स्वयं में शांति)

असम (असम में गांधीजी)

दिल्ली (गांधी स्मृति)

गोवा (विविधता में एकता)

गुजरात (ऐतिहासिक दांडी मार्च)

जम्मू कश्मीर (गांधी जी की आशा की किरण: हमारी मिश्रित संस्कृति)

कर्नाटक (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का बेलगावी सम्मेलन)

महाराष्ट्र (भारत छोड़ो आंदोलन), पंजाब (जलियांवाला बाग)

सिक्किम (कृषि और पर्यावरण में अहिंसा)

त्रिपुरा (गांधी जी सोच से ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती)

तमिलनाडू (महात्मा गांधी के ड्रेस कोड का रूपांतरण)

उत्तराखंड (आध्यात्मिक अनाशक्ति आश्रम)

उत्तर प्रदेश (महात्मा गांधी की 150वीं जयंती का सम्मान)

पश्चिम बंगाल (महात्मा गांधी और बंगाल)।


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