भोपाल। लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत के साथ केन्द्र में दोबारा सरकार बनाने वाली भारतीय जनता पार्टी के हाथ से महाराष्ट्र के बाद झारखंड भी निकल गया है। गत मई में हुये लोकसभा चुनाव में जबर्दस्त प्रदर्शन करने वाली भाजपा उसके बाद हुये विधानसभा चुनावों में अपना प्रदर्शन दोहराने में विफल रही है। तीन राज्यों राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव से भाजपा की हार का जो सिलिसला शुरु हुआ था वह बढ़ता ही जा रहा है। अक्टूबर में हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद अब झारखंड में करारी हार का सामना करना पड़ा है। कांग्रेस गठबंधन की इस जीत पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बधाई दी है।
उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है कि, ”कांग्रेस ने सदैव ही हमारे आदिवासी भाइयों की जल, जंगल, जमीन और उनके विकास, प्रगति और सम्मान की लड़ाई लड़ी है। मुझे पूरा विश्वास है कि हेमंत सोरेन जी अब आपकी प्रगति और विकास की ये जिम्मेदारी निभाएंगे। झारखंड विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-JMM महागठबंधन सरकार बनने पर महागठबंधन के सभी कार्यकर्ता एवं पदाधिकारियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। महागठबंधन के पक्ष में मतदान के लिए झारखंडवासियों का हृदय से धन्यवाद।”
गौरतलब है कि झारखंड में मिली इस हार भाजपा के लिए खतरे का संकेत है। कांग्रेस मुक्त भारत बनाने का दावा करने वाली भाजपा अब देश के कुछ ही सूबों में मिलटती जा रही है। ऐसे में आने वाले समय में दिल्ली में भी विधानसभा चुनाव के नतीजों का असर देखने को मिल सकता है। वहीं, मध्य प्रदेश में भी भाजपा बार बरा सरकार गिराने का दावा करती रही थी। अब पार्टी के तेवर नर्म पड़ते दिख रहे हैं।