भोपाल।
प्रदेश में सत्ता परिवर्तित होते ही कमलनाथ सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने अब आंदोलन की चेतावनी दे रहे है।शिवराज ने कहा है कि प्रदेश में जहाँ भी जाता हूँ, मेरे किसान भाई अपनी पाले से खराब हुई फसल मुझे दिखाते हैं। कहीं भी सर्वे नहीं कराया गया है। मेरे बार-बार आग्रह करने पर भी यह सरकार जाग नहीं रही इसलिये मैं 26 फरवरी को सभी किसान भाइयों के साथ सीहोर में विशाल प्रदर्शन करूंगा। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस आंदोलन के दौरान शिवराज किसानों की कर्ज मांफी समेत कई सारे मुद्दों को उठाकर सरकार का जमकर घेराव करने की तैयारी में है।
दरअसल, बुधवार देर शाम शिवराज सीहोर के ग्राम ब्रिजिशनगर में आयोजित सभा को संबोधित करने पहुंचे थे। जहां उन्होंने किसानों को लेकर कमलनाथ सरकार पर जमकर हमला बोला। शिवराज ने कहा कि किसान बेहाल है, परेशान है। ओले और शीत के कारण चने की फसल बर्बाद हो गई। चने की फली को हाथ से दबाओ तो फट-फट की आवाज आ रही है, लेकिन सरकार के बहरे कानों तक इसकी आवाज अब तक नहीं पहुंची। न सर्वे हुआ, न मुआवजे की राशि ही खाते में पहुंची। गरीबों के हर सुख-दुख में हमारी सरकार साथ खड़ी रही, जबकि कांग्रेस सरकार केवल ट्रांसफर में लगी है।
शिवराज ने कहा कि प्रदेश में जहाँ भी जाता हूँ, मेरे किसान भाई अपनी पाले से खराब हुई फसल मुझे दिखाते हैं। कहीं भी सर्वे नहीं कराया गया है। मेरे बार-बार आग्रह करने पर भी यह सरकार जाग नहीं रही इसलिये मैं 26 फरवरी को सभी किसान भाइयों के साथ सीहोर में विशाल प्रदर्शन करूंगा।वही गाने के अंदाज में सरकार पर हमला बोलते हुए शिवराज ने कहा कि कांग्रेस ने कर्ज माफी पर जो वादा किया, वह निभाना पड़ेगा, नहीं तो उसको निभवाने मामा को सड़क पर आना पड़ेगा ।जब तक सांस चलेगी, हाथ-पांव चलेंगे, मैं आपकी सेवा करता रहूंगा।
बता दे कि जब से प्रदेश में सत्ता परिवर्तित हुई है शिवराज एक के एक मुद्दे को लेकर लगातार कमलनाथ सरकार का घेराव कर रहे है।सोशल मीडिया और मीडिया के माध्यम से शिवराज हर बात पर आपत्ति जता रहे है। बीते दिनों उन्होंने योजनाओं को बंद करने , कानून व्यवस्था और अधिकारियों के तबादलों को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ पर हमला बोला था और अब आंदोलन की खुली चेतावनी दी है।
अपनी जमीन की तलाश कर रहे शिवराज
शिवराज सरकार के दौरान किसान आंदोलन के प्रणेता रहे और आरएसएस के अनुषांगिक संगठन भारतीय किसान संघ के प्रदेश अध्यक्ष रहे शिवकुमार शर्मा कक्काजी ने इस नाकारा आंदोलन कहा है। उन्होंने कहा कि किसानों ने बीजेपी को नकार दिया है, जिस कारण शिवराज यह आंदोलन कर अपनी जमीन की तलाश कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव नजदीक है ऐसे में शिवराज कमलनाथ सरकार का घेराव कर लोगों के बीच अपने पैठ जमाने में लगे हुए है।
बुधवार को हुई थी शिवराज-कमलनाथ की मुलाकात
बता दे कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को सीएम कमलनाथ से मुलाकात की और उनसे ओंकारेश्वर में आठवीं शताब्दी के दार्शनिक आदि शंकराचार्य की 108 फुट की प्रतिमा बनाने का आग्रह किया था।मुलाकात के बाद शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में मीडिया से कहा, कि जब मैं कल कुंभ में गया था तो सभी प्रमुख संतों से मेरी चर्चा हुई थी। सब संतों की सहमति से आदि गुरु भगवान शंकराचार्य जी 108 फुट की प्रतिमा ओंकारेश्वर में जहा उनके गुरु मिले थे वहा लगे, और अद्वैत वेदांत संस्थान बने।चौहान ने कहा ने कहा किहाल ही में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में ओलावृष्टि और आंधी से किसानों की फसलें खराब हुई हैं। इस पर मैंने किसानों को उचित मुआवजा देने की बात कही। इसके अलावा मैंने प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही किसानों को दो लाख रुपये तक रिण माफ करने की योजना पर मुख्यमंत्री से बात की।चौहान ने कहा कि उन्होंने प्रदेश में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति मजबूत करने की जरुरत पर भी मुख्यमंत्री का ध्यान दिलाया।