भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। 26 जनवरी (26 January) से पहले मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के स्कूलों को शिवराज सरकार (Shivraj Government) ने तोहफा दिया है। इसके तहत सभी स्कूलों (School) की छतों पर सोलर रूफटॉप (Solar Rooftop) लगाए जाएंगे।पहले चरण में कुछ स्कूलों को चिन्हित कर सोलर पैनल लगाये जायेंगे।
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नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग ने बताया कि प्रदेश के स्कूलों की छतों पर रूफटॉप सोलर संयंत्र स्थापित करने के निर्देश दिये हैं। एक गाँव का चयन कर सोलर ऊर्जा के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाते हुए मॉडल गाँव के रूप में स्थापित करने के भी निर्देश दिये। इनकी सफलता के बाद पूरे प्रदेश में योजना का प्रसार किया जायेगा।
हरदीप सिंह डंग ने कहा कि सोलर ऊर्जा के क्षेत्र में मध्यप्रदेश अग्रणी राज्य के रूप में उभरा है। यह पारम्परिक ऊर्जा बचाने के साथ सस्ती भी पड़ती है और दूरस्थ क्षेत्र के लोगों को भी लाभ मिलता है। प्रदेश के निर्माणाधीन सौर ऊर्जा पार्क निर्धारित समय-सीमा में पूरा करें।
इन जिलों को भी सौगात
हरदीप सिंह डंग ने 1500 मेगावॉट के आगर-शाजापुर-नीमच सोलर पार्क दिसम्बर-2022, 600 मेगावॉट का ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर पार्क जुलाई-2023, 950 मेगावॉट का छतरपुर सोलर पार्क जुलाई-2023, 1400 मेगावॉट का मुरैना सोलर पार्क अक्टूबर-2023 तक पूर्ण करने के निर्देश दिये। प्रदेश में 45 हजार सोलर पम्प की स्थापना भी जुलाई-2023 के पूर्व पूर्ण करने को कहा।
बता दे कि प्रदेश में सोलर ऊर्जा के क्षेत्र में पिछले एक दशक में दस गुना प्रगति हुई है। प्रदेश में 2380 मेगावॉट की 126 सौर ऊर्जा, 2444 मेगावॉट की 71 पवन ऊर्जा, 119 मेगावॉट की 34 बॉयोमास ऊर्जा, 99 मेगावॉट की 13 लघु जल विद्युत योजनाएँ हैं।