MP News: मध्य प्रदेश के सीधी जिले में आदिवासी युवतियों के साथ हुए दुष्कर्म को देखते हुए राज्य साइबर पुलिस मुख्यालय की तरफ से एक एवाइजरी जारी की गई है, जिसमें वाइस चेंजर एप्लीकेशन के बारे में बताया गया है और उससे निपटने के लिए सावधानियों का भी जिक्र किया गया है। दरअसल, सीधी में हुए दुष्कर्म में टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके वाइस चेंजर एप के जरिए आरोपियों के द्वारा 7 आदिवासी युवतियों के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया था।
क्या होता है वाइस चेंजर एप्लिकेशन
वर्तमान समय डिजिटल युग का है। समय-समय पर कई तरह के टेक्नोलॉजी में अपडेट आती रहती है। उन्हीं में से एक वाइस चेंजर टेक्नोलॉजी है। दरअसल, वाइस चेंजर एप्लिकेशन के जरिए आवाज को बदला जा सकता है। सुविधानुसार किसी भी उम्र के लोगों की आवाज निकाली जा सकती है। इस एप को आसानी से प्ले स्टोर या अन्य किसी एप स्टोर के माध्यम से डाउनलोड किया जा सकता है। इस एप का इस्तेमाल करके किसी महिला, बुजुर्ग, बच्चा और कंप्यूटर की आवाज निकालकर बात की जा सकती है। इसी तरह के एप का इस्तेमाल करके सीधी जिले में दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया था। इसके अलावा अन्य गैर कानूनी गतिविधियों के लिए बदमाशों द्वारा इस्तेमाल किया जाता है।
ये बरते सावधानियां
राज्य साइबर पुलिस मुख्यालय, मध्य प्रदेश की तरफ से जारी एडवाइजरी में आम लोगों को निम्न सावधानियां बरतने की बात कही गई है-
- एडवाइजरी में कहा गया है कि किसी सरकारी संस्था के नाम या सरकारी योजना का फायदा दिलवाने के नाम पर किये गये किसी भी अंजान नंबर पर विश्वास न करें।
- यदि कॉल के जरिए किसी अंजान जगह पर मिलने के लिए बुला रहा हो तो वहां ना जाएं। अगर जाएं तो अपने साथ किसी समझदार व्यक्ति को ले जाएं।
- संदेह के घेरे में आ चुके लोगों के बारें में अपने घर वालों या दोस्तों को जरूर बताएं।
- वॉइस चेंजर एप की आवाज काफी मधुर और सुरीली होती है। ऐसे में इस तरह के किसी कॉल पर भरोसा नहीं करें।
- अगर कोई आपके जान पहचान के व्यक्ति बनकर बात कर रहा है तो ऐसे में उस व्यक्ति से निजी रूप से कॉल कर के बात कर लें।
- इसके अलावा किसी भी प्रकार के साइबर अपराध के चंगुल में फंसने या ऐसे ही कोई जानकारी मिलती है तो उसकी सूचना नजदीकी पुलिस थाने में या www.cybercrime.gov.in या Cyber Crime Help Line (Toll Free) नम्बर 1930 पर शिकायत दर्ज कराएं।